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सीएम हिमंत ने उद्योगपतियों से की राज्य में निवेश करने की अपील

असम के मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्वा सरमा ने आसियान, बिम्सटेक, यूरोपीय और अन्य देशों के राजदूतों, उच्चायुक्तों, उद्योगपतियों से असम में आकर निवेश करने की अपील की है। 36 देशों के राजनयिकों, उद्योगपतियों और अन्य हितधारकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ सरमा ने कहा कि असम राज्य पिछले 10 वर्षों में बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा और अन्य क्षेत्रों में तेजी से प्रगति कर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में 1 लाख करोड़ रुपये के नए इंफ्रा प्रोजेक्ट आ रही हैं, जिनमें ब्रह्मपुत्र पर तीन और नए पुल, सिंगापुर सरकार की मदद से गुवाहाटी के आसपास एक शहर, गुवाहाटी से भूटान के गेलेफू तक रेलवे लाइन आदि शामिल हैं।

हरित ऊर्जा के महत्व को रेखांकित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार का जोर हमेशा से स्वच्छ और हरित ऊर्जा और नवीकरणीय ऊर्जा पर रहा है। उन्होंने कहा कि सरकार चाहती है कि असम में आने वाले सभी उद्योग अपनी ऊर्जा हरित ऊर्जा स्रोतों से प्राप्त करें, जिसमें जगीरोड में टाटा सेमीकंडक्टर प्लांट भी शामिल है।

राज्य की मजबूत और सुदृढ़ अर्थव्यवस्था पर बताते हुए डॉ सरमा ने कहा कि असम देश के सबसे मजबूत विकास इंजनों में से एक है, जो 12.5 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि एक मजबूत अर्थव्यवस्था के अलावा, राज्य एक शैक्षणिक केंद्र भी है, जिसमें आईआईटी, एम्स, आईआईएम, भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, टाटा सामाजिक विज्ञान संस्थान, कई राज्य व केंद्रीय विश्वविद्यालय, कृषि विश्वविद्यालय व एनआईईएलआईटी विश्वविद्यालय परिसर जैसी आगामी परियोजनाएं शामिल हैं। उन्होंने कहा कि असम में अपेक्षित कौशल और क्षमता है। इसमें यह सुनिश्चित करने के साधन हैं कि निवेश करने के इच्छुक लोगों को देश के किसी भी अन्य राज्य द्वारा दिए जाने वाले समान प्रोत्साहन मिलें।

इसी तरह, मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार राज्य में तेजी से औद्योगिकीकरण शुरू करने के लिए 25,000 करोड़ रुपये के उत्पादन से जुड़े प्रोत्साहन के लिए एक कोष बनाएगी। उन्होंने आह्वान किया कि आओ और असम की विकास गाथा के भागीदार बनो। डॉ सरमा ने कहा कि उनकी सरकार गुवाहाटी से सटे नागांव के इलाकों को रक्षा गलियारा घोषित करने के लिए रक्षा मंत्रालय के साथ सक्रिय रूप से चर्चा कर रही है।मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने कौशल विकास पर बहुत जोर दिया है और नॉर्थ ईस्ट स्किल सेंटर के जरिए 10,000 युवाओं को कौशल प्रदान किया जा रहा है। पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को सर्वोच्च प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रशंसा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रधानमंत्री मोदी ही हैं जिन्होंने पूर्वोत्तर को ‘भारत का विकास इंजन’ और ‘अष्टलक्ष्मी’ नाम दिया है।

मुख्यमंत्री डॉ सरमा ने समृद्ध विरासत के संरक्षण के अलावा काजीरंगा और मानस राष्ट्रीय उद्यानों के संरक्षण की सफलता की कहानियों के साथ-साथ प्राकृतिक संसाधनों पर भी विस्तार से चर्चा की। मुख्यमंत्री ने राजनयिकों से एडवांटेज असम समिट 2.0 से एक दिन पहले 24 फरवरी को असम आने की अपील की, ताकि वे 8,000 नर्तकों द्वारा प्रस्तुत किए जाने वाले झुमुर नृत्य के सबसे बड़े तमाशे को देख सकें- एक ऐसा कार्यक्रम जिसे प्रधानमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी देखेंगे। उन्होंने कहा कि मैं आपसे 24 फरवरी को झुमुर नृत्य देखने के लिए आने की अपील करता हूं ताकि असम की सांस्कृतिक जीवंतता और युवापन को महसूस किया जा सके।

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने अपने विशेष संबोधन में कहा कि असम में कृषि, रेशम उत्पादन, जलीय कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, जूट और रबर बागानों में निवेश की अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने राष्ट्रीय उद्यानों के नजदीक हेलीपैड स्थापित करने का सुझाव दिया जिससे राज्य को लाभ होगा। गोयल ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में पूर्वोत्तर में काफी बदलाव आया है और यह रेल, सड़क, वायु और जलमार्ग कनेक्टिविटी, डिजिटल प्रौद्योगिकी, उच्च साक्षरता दर और आतिथ्य संस्कृति तथा जीवंत संस्कृति के साथ निवेश के लिए एक बेहतरीन गंतव्य है। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असम में पूर्वी भारत का ऑटोमोबाइल हब बनने की क्षमता है। गोयल ने मुख्यमंत्री की नेतृत्व क्षमता, काम के प्रति उनके जुनून और राज्य को बदलने के उनके विजन की बहुत प्रशंसा की।

विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व) जयदीप मजूमदार ने कहा कि असम अब ‘लाहे लाहे’ (धीमी गति से चलने वाला) की भूमि नहीं रह गया है और यह तेजी से विकास की राह पर आगे बढ़ रहा है। राजनयिकों, उद्योग जगत के नेताओं और निवेशकों के साथ बैठकों और बातचीत में विदेश राज्य मंत्री पाबित्रा मार्गेरिटा, फिक्की, एनईएसी के अध्यक्ष रंजीत बारठाकुर, फिक्की के अध्यक्ष और इन्वेस्ट इंडिया के सीईओ शामिल हुए। केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल भी निवेशकों की गोलमेज बैठक में शामिल हुए। एडवांटेज असम समिट 2.0 के लिए दिनभर चलने वाले पूर्ववर्ती कार्यक्रमों की शुरुआत द्विपक्षीय चैंबरों और व्यापार संघों के साथ बातचीत से हुई। मुख्य सचिव डॉ रवि कोटा ने मुख्य भाषण दिया, जबकि एआईडीसी लिमिटेड के एमडी मानवेंद्र प्रताप सिंह ने एडवांटेज असम 2.0 पर एक प्रेजेंटेशन दिया। इन्वेस्ट इंडिया के उपाध्यक्ष, राज्य, कुलथुमणि कार्तिकेयन ने स्वागत भाषण दिया।