उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शीतकालीन यात्रा की ब्रांडिंग कर गए। 38वें राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड मेरा दूसरा घर है। मेरी इच्छा है कि मैं शीतकालीन यात्रा का हिस्सा बनूं। उन्होंने युवाओं और एथलीट खिलाड़ियों से आह्वान किया कि एडवेंचर गतिविधियों के लिए सर्दियों में उत्तराखंड जरूर आएं।
धामी सरकार चारधाम यात्रा की तर्ज पर शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा दे रही है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आठ दिसंबर 2024 को बाबा केदार के शीतकालीन प्रवास स्थल श्री ओंकारेश्वर मंदिर ऊखीमठ से शीतकालीन यात्रा का शुभारंभ किया। जिससे प्रदेश में पूरे साल भी देश-दुनिया के तीर्थयात्री उत्तराखंड आ सकें। राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ पर प्रधानमंत्री मोदी ने भी शीतकालीन यात्रा की ब्रांडिंग की है। उत्तराखंड को अपने विकास के लिए और भी नए रास्ते बनाने होंगे। उत्तराखंड की अर्थव्यवस्था सिर्फ चारधाम यात्रा पर निर्भर नहीं रह सकती। सरकार सुविधाएं बढ़ाकर चारधाम यात्रा का आकर्षण लगातार बढ़ा रही। हर सीजन में श्रद्धालुओं की संख्या भी नए रिकॉर्ड बना रही है लेकिन इतना काफी नहीं है। उत्तराखंड में शीतकालीन यात्राओं को प्रोत्साहित करना जरूरी है।
प्रधानमंत्री ने कहा, राष्ट्रीय खेलों में भाग ले रहे सभी एथलीट भी खेलों के समापन के बाद एडवेंचर के बारे में पता करें और उसका आनंद उठाएं। बता दें कि प्रधानमंत्री फरवरी माह में शीतकालीन यात्रा पर आ सकते हैं। उनके उत्तरकाशी जिले के मां गंगोत्री के शीतकालीन प्रवास स्थल मुखबा जाने की प्रबल संभावनाएं हैं।
पीएम मोदी के जाने से आदि कैलाश यात्रा को मिला बढ़ावा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 12 अक्तूबर 2024 को पिथौरागढ़ में पार्वती कुंड में भी पूजा अर्चना आदि कैलाश के दर्शन किए। पहली बार प्रधानमंत्री के यहां आने से आदि कैलाश यात्रा को बढ़ावा मिला।
ग्रीन गेम्स में की प्लास्टिक मुक्ति की अपील
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जहां नेशनल गेम्स को ग्रीन गेम्स की संज्ञा दी तो वहीं युवा खिलाड़ियों से उत्तराखंड के प्लास्टिक मुक्त अभियान में सहयोग की अपील भी की। पीएम मोदी ने अपने अभिभाषण की शुरुआत में कहा कि इस बार के नेशनल गेम्स एक प्रकार से ग्रीन गेम्स भी हैं। इसमें एनवायरमेंट फ्रेंडली चीजों का काफी इस्तेमाल हो रहा है। नेशनल गेम्स में मिलने वाले सभी मेडल व ट्रॉफी ई-वेस्ट से बने हैं। मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों के नाम पर यहां एक पौधा भी लगाया जाएगा। ये बहुत ही अच्छी पहल है। उन्होंने सभी खिलाड़ियों को बेहतरीन प्रदर्शन के लिए शुभकामनाएं दीं। उन्होंने सभी युवाओं, खिलाड़ियों से स्वच्छता को लेकर भी आग्रह किया। पीएम मोदी ने कहा कि देवभूमि के निवासियों के प्रयासों से उत्तराखंड प्लास्टिक मुक्त बनने की दिशा में काफी मेहनत कर रहा है। आगे बढ़ने का प्रयास कर रहा है। यह संकल्प आपके सहयोग के बिना पूरा नहीं हो सकता। इस अभियान को सफल बनाने में जरूर अपना योगदान दें।
खिलाड़ी मुझे प्राइम मिनिस्टर नहीं परम मित्र मानते हैं
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ पर उत्साहित नजर आए। उन्होंने बताया कि किस तरह से खिलाड़ी उन्हें उत्साह देते हैं। आज सरकार के प्रयासों का ही असर है कि हॉकी में पुराने गौरवशाली दिन लौट रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीते दिनों के किस्से से अपने उत्साह को बयां किया। उन्होंने बताया कि कुछ समय पहले दिल्ली में जब ओलंपिक टीम से मुलाकात की थी तो एक खिलाड़ी ने मुझे पीएम की नई परिभाषा बताई। खिलाड़ी ने बताया कि पूरे देश के खिलाड़ी आपको पीएम यानी प्राइम मिनिस्टर नहीं बल्कि परम मित्र मानते हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आपका ये विश्वास मुझे नई ऊर्जा देता है। मेरा आप सभी की सामर्थ्य पर पूरा भरोसा है। हमारी पूरी कोशिश है कि आपका सामर्थ्य और बढ़े। आपके खेल में और निखार आए। बीते दस सालों में आपके टेलेंट को सपोर्ट करने पर हमने निरंतर फोकस किया है। 10 साल पहले खेलों का जो बजट था, वह आज 20 गुना से ज्यादा हो चुका है। खेल योजना के तहत देश के दर्जनों खिलाड़ियों पर करोड़ों का निवेश किया जा रहा है। खेलो इंडिया के लिए देश में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर बनाया जा रहा है। देश की पहली स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी मणिपुर में बन रही है। सरकार के इन प्रयासों का नतीजा हम ग्राउंड पर देख रहे हैं। मेडल टेली में दिखाई दे रहा है। आज हर इंटरनेशनल इवेंट में खिलाड़ी अपना परचम लहरा रहे हैं। ओलंपिक व पैरालंपिक में हमारे खिलाड़ियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है। उत्तराखंड से भी कितने ही खिलाड़ियों ने मेडल जीते हैं।
समान नागरिक संहिता भी खेल भावना की तरह, सब बराबर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता को खेल भावना की तरह बताया। उन्होंने कहा कि यहां किसी तरह का कोई भेदभाव नहीं, सब बराबर हैं। उन्होंने यूसीसी लागू करने पर धामी सरकार की पीठ थपथपाई।
अपने भाषण में पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं सदी भारत की सदी है। यहां बाबा केदार के दर्शन के बाद मेरे मुंह से, मेरे दिल से अचानक ही निकला था कि ये उत्तराखंड का दशक है। मुझे खुशी है कि उत्तराखंड तेजी से प्रगति कर रहा है। कल ही उत्तराखंड देश का ऐसा राज्य बना है, जिसने यूनिफार्म सिविल कोड यानि समान नागरिक संहिता लागू की। पीएम मोदी ने कहा कि मैं कभी-कभी इसे सेक्युलर सिविल कोड भी कहता हूं। समान नागरिक संहिता हमारी बेटियों, माताओं-बहनों के गरिमापूर्ण जीवन का आधार है।
इससे लोकतंत्र की नींव को मजबूती मिलेगी। संविधान की भावना मजबूत होगी। पीएम मोदी ने सभी खिलाड़ियों से यूसीसी को जोड़ने की कोशिश की। उन्होंने कहा कि खिलाड़ी भी हमें भेदभाव की भावना से दूर करता है। सबका प्रयास ही यहां सफलता का मूलमंत्र होता है। खेल से हमें टीम भावना के साथ खेलने की प्रेरणा मिलती है। यही भावना यूनिफार्म सिविल कोड की भी है। किसी से भेदभाव नहीं। हर कोई बराबर। उन्होंने उत्तराखंड की भाजपा सरकार को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई दी।