नई दिल्ली 04 जनवरी।रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन ने रफाल विमान सौदे पर कांग्रेस के आरोपों को नकारते हुए कहा है कि इस विषय पर उसका समूचा प्रचार झूठ पर आधारित है।
रक्षा मंत्री सीतारामन ने आज रफाल के मुद्दे पर लोकसभा में हुई चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि कांग्रेस झूठ को आधार बना कर संसद के अंदर और बाहर देश को गुमराह कर रही है। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने यूपीए से बेहतर सौदा किया है। लड़ाकू विमान का आधारभूत मूल्य यूपीए के समय तय किए गए सौदे की तुलना में 9 प्रतिशत कम है।
रक्षामंत्री ने कहा कि मौजूदा सरकार ने विमान का सौदा प्रति विमान 6 अरब 70 करोड़ रुपये दर से किया है, जबकि यूपीए सरकार के दौरान यह कीमत सात अरब सैंतीस करोड़ रुपये के हिसाब से से थी। उन्होंने कहा कि गोपनीयता की शर्त के तहत हथियारों से युक्त विमान की कीमत का खुलासा नहीं किया जा सकता। विमान के सौदे में हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड- एचएएल को शामिल नहीं किए जाने के विषय पर श्रीमती सीतारामन ने कहा कि फ्रांस निर्मित विमान एचएएल निर्मित विमान से सस्ता पड़ेगा।
रक्षामंत्री ने कांग्रेस पर रक्षा के मामलों में लापरवाही बरतने का आरोप लगाते हुए कहा कि रक्षा सौदे और सौदेबाजी में अंतर होता है और एनडीए सरकार राष्ट्रीय सुरक्षा को सबसे अधिक प्राथमिकता देती है।रक्षामंत्री ने कहा कि उड़ान भरने लायक पहला रफाल विमान इसी वर्ष सितम्बर में भारत आ जाएगा और सभी 36 विमान 2022 के अंत तक भारत को दे दिए जाएंगे।
बाद में कांग्रेस ने सौदे की जांच के लिए संयुक्त संसदीय समिति(जेपीसी) की मांग करते हुए सदन से वॉकआउट किया।समाजवादी पार्टी के धर्मेंद्र यादव ने चर्चा में भाग लेते हुए आरोप लगाया कि यह यूपीए शासन के दौरान तय की गई कीमत से अधिक मूल्य पर किया गया है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार एक निजी कम्पनी को सौदे में शामिल किया गया है, उससे अनेकों संदेह पैदा होते हैं।