नई दिल्ली 18 सितम्बर।गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि उन्होंने किसी क्षेत्रीय भाषा के स्थान पर हिन्दी थोपने की बात कभी नहीं कही थी बल्कि उन्होंने मातृभाषा के अलावा हिन्दी को दूसरी भाषा के रूप में सीखने का अनुरोध किया था।
श्री शाह ने आज एक मीडिया समूह के एक समारोह में जोर देकर कहा कि मैंने बार-बार कहा है कि भारतीय भाषाओं को मजबूत करना चाहिए,भारतीय भाषाओं की अनिवार्यता को हमें समझना चाहिए और बच्चा तभी अच्छा पढ़ सकता है जब वो अपनी मातृ भाषा के अंदर पढ़े।
उन्होने कहा कि मातृ भाषा से मेरा मतलब हिन्दी नहीं और प्रांतों की भाषाएं भी है मेरा प्रांत की गुजराती है। मगर देश के अंदर एक भाषा ऐसी होनी चाहिए, अगर आप दूसरी कोई भाषा सीखते हो तो हिन्दी सीखो। ये मैंने अनुरोध किया है इसमें क्या बुराई है मेरी यह समझ में नहीं आता।