राजधानी लखनऊ में होली और जुमे की नमाज को ध्यान में रखते हुए इराक से अयातुल्लाह सैयद सिस्तानी का फतवा भारत आया है। उन्होंने कहा है कि होली पर जुमे की नमाज के बजाय दोपहर दो बजे के बाद खुतबे (उपदेश) के साथ जोहर की नमाज अदा करें।
शिया चांद कमेटी के अध्यक्ष मौलाना सैफ अब्बास नकवी ने बताया कि 14 मार्च को होली है। ऐसे में रंग खेले जाने को लेकर सवाल पूछे जा रहे हैं। शिया समुदाय के सर्वोच्च धार्मिक गुरु अयातुल्लाह सैयद सिस्तानी (इराक) से राय मांगी गई थी। उन्होंने फतवा भेजा है, जो लखनऊ में उनके वकील सैयद अशरफ अली के पास आया है।
खुतबे के साथ जोहर की नमाज पढ़ी जा सकती है
मौलाना ने बताया कि शिया समुदाय में हर मस्जिद में जुमे की नमाज नहीं होती है। जिन मस्जिदों में जुमा की नमाज होती है, वहां एक समय पर ही अदा की जाती है। लिहाजा फतवा में कहा गया है कि जहां तय समय पर जुमे की नमाज पढ़ना संभव हो, वहां पढ़ें। जहां जुमे की नमाज अदा करना संभव न हो, वहां दोपहर दो बजे के बाद खुतबे के साथ जोहर की नमाज पढ़ी जा सकती है।
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