प्रेम नजीर का जन्म अब्दुल खादर के रूप में हुआ था। मलयालम सिनेमा के सदाबहार नायक को आज भी भारतीय सिनेमा के इतिहास में सबसे प्रभावशाली अभिनेताओं में से एक के रूप में याद किया जाता है। प्रेम को कई अवॉर्ड्स से भी सम्मानित किया जा चुका है। 70 के दशक के इस अभिनेता ने एक साल में 35 फिल्मों में काम किया।
दो भाई छह बहनों में सबसे छोटे थे नजीर
नजीर का जन्म अक्कोडे साहुल हामिद और असुमा बीवी के घर त्रावणकोर की रियासत चिरायिनकीझू में हुआ था। अभिनेता के दो भाई और छह बहनें थीं। जब वह छोटा थे, तभी उनकी मां असुमा की मृत्यु हो गई थी। प्रेम के पिता ने जल्द ही दूसरी शादी कर ली। संयोग से उस महिला का नाम नजीर की मां के नाम से मिलता जुलता था।
क्यों बदला था अपना नाम?
प्रेम नजीर ने 1952 में एस.के. चारी की मरुमकाल (Marumakal) से डेब्यू किया था। अपनी दूसरी फिल्म, विसाप्पिन्ते विल के सेट पर, कवि और नाटककार,थिक्कुरसी सुकुमारन नायर ने अब्दुल का नाम बदलकर प्रेम नजीर रखने का फैसला किया। नजीर ने उस समय इंडस्ट्री में प्रवेश किया जब नाटक सबसे लोकप्रिय दृश्य माध्यम थे और सिनेमा अपनी प्रारंभिक अवस्था में था। हालांकि, इसने नजीर के लिए लॉयल फैन बेस बनाने का मौका नहीं छोड़ा। प्रेम जल्द ही एक शानदार अभिनेता बन गए जो युवाओं के दिलों की धड़कन बन सकते थे।
एक ही हीरोइन के साथ 30 फिल्मों में किया काम
इतिहासकारों का मानना है कि प्रेम ने 400 हिट फिल्में कीं, जिनमें से 50 ब्लॉकबस्टर रहीं। प्रेम ने शीला सेलिन के साथ सबसे ज़्यादा फिल्मों में काम किया। एक ही अभिनेता के साथ काम करने का गिनीज़ वर्ल्ड रिकॉर्ड भी उन्हीं के नाम दर्ज है। दोनों ने एक साथ 130 फिल्मों में काम किया, जिसके चलते उन्हें वर्ल्ड रिकॉर्ड मिला। नजीर को मनोरंजन उद्योग में उनके योगदान के लिए भारत सरकार ने पद्म भूषण से भी सम्मानित किया था।
नजीर की एक्टिंग बहुत ही दमदार थी। कहा जाता है कि जब वो एक्टिंग करते थे तो अपने किरदार में इस कदर खो जाते थे कि मेकर्स भी हैरान रह जाते थे। अपने पूरे करियर में तो उन्होंने तकरीबन 900 फिल्मों में काम किया था. इन फिल्मों की खास बात ये थी कि वह ज्यादातर लीड रोल में ही नजर आए। हालांकि 70 का दशक आते-आते उनका करियर थोड़ा डगमगाने लगा था। इसके बाद उन्हें सपोर्टिंग रोल ऑफर होने लगे।
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