इंग्लैंड के खिलाफ लीड्स के हेडिंग्ले में खेले जा रहे टेस्ट में मैदानी अंपायर से तनातनी करना भारत के उप-कप्तान ऋषभ पंत को भारी पड़ा। आईसीसी ने नियमों का उल्लंघन करने के लिए उन्हें एक डिमेरिट अंक दिया है। दरअसल, इंग्लैंड की पहली पारी के दौरान अंपायर द्वारा गेंद नहीं बदलने पर पंत ने इसका विरोध किया था और गेंद को जमीन पर फेंक दिया था। पंत ने हेडिंग्ले में गजब की बल्लेबाजी की और दोनों पारियों में शतक जड़ा था। उन्होंने पहली पारी में 134 रन और दूसरी पारी में 118 रन बनाए।
क्या है पूरा मामला?
इंग्लैंड की पहली पारी के 61वें ओवर में मोहम्मद सिराज गेंदबाजी करने आए। ओवर की तीसरी गेंद के बाद बुमराह ने बॉल को लेकर अंपायर से शिकायत की। अंपायर से गेंद को बॉल चेकर (गेज) में डालकर जांच करने को कहा। हालांकि, गेंद पास हो गई और अंपायर ने खेल जारी रखने कहा। इसके बाद ओवर की पांचवीं गेंद पर हैरी ब्रूक ने आगे निकलकर चौका लगाया। इसके बाद पंत ने भी गेंद को लेकर दूसरे अंपायर से शिकायत की। गेंद एक बार फिर गेज टेस्ट में पास हो गई, लेकिन पंत इससे नाखुश दिखे। उन्होंने गुस्से में अंपायर के सामने गेंद को दूर फेंक दिया। गेज टेस्ट में बॉल की साइज नापी जाती है। साइज इधर उधर होने पर गेंद को बदल दिया जाता है।
एक डिमेरिट अंक जुड़ा
पंत को खिलाड़ियों और सहयोगी स्टाफ से जुड़ी आईसीसी आचार संहिता की धारा 2.8 के उल्लघंन का दोषी पाया गया जो अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान अंपायर के फैसले पर नाराजगी जताने से संबंधित है। इसके अलावा पंत के अनुशासनात्मक रिकॉर्ड में एक डिमेरिट अंक जोड़ा गया है। यह उनका 24 महीनों में पहला अपराध था। पंत ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है और आईसीसी मैच रैफरी के आईसीसी एलीट पैनल के रिची रिचर्डसन द्वारा दी गई सजा को भी स्वीकार कर लिया है।
यह है अधिकतम सजा
मैदानी अंपायर क्रिस गाफनी और पॉल राइफल के अलावा तीसरे अंपायर शरफुदौला इब्ने शाहिद और चौथे अंपायर माइक बर्न्स ने यह आरोप लगाया था। लेवल एक के अपराध के लिए न्यूनतम सजा आधिकारिक फटकार, जबकि अधिकतम सजा खिलाड़ी की मैच फीस का 50 प्रतिशत जुर्माना या फिर एक या दो डिमेरिट अंक है।
लीड्स टेस्ट रोमांचक मोड़ पर
लीड्स टेस्ट रोमांचक मोड़ पर पहुंच चुका है और मेजबान टीम को पांचवें दिन प्रतियोगिता जीतने के लिए 350 रनों की जरूरत है। भारत को जीत के लिए 10 विकेट चाहिए। भारत की दूसरी पारी 364 रन पर समाप्त हुई थी। टीम इंडिया ने पहली पारी में 471 रन बनाए थे और इंग्लैंड ने पहली पारी में 465 रन बनाए। इस तरह भारत को छह रन की बढ़त हासिल थी, जिसे मिलाकर कुल बढ़त 470 रन की हुई और इंग्लैंड को 471 रन का लक्ष्य मिला।