नई दिल्ली 26 फरवरी।राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने आज राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में वर्ष 2015 से 2018 तक चार वर्ष के लिए गांधी शांति पुरस्कार प्रदान किए। वर्ष 2015 का पुरस्कार कन्याकुमारी के विवेकानंद केन्द्र को दिया गया।
गांधी शांति पुरस्कार 2015 दिया जा रहा है विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी को। इसका संचालन स्वामी विवेकानंद तथा गांधीवादी सिद्धांतों के अनुरूप किया जाता है। विवेकानंद केंद्र के विद्यालय जनजातीय इलाकों में सर्वांगीण शिक्षा प्रदान करते हैं।
वर्ष 2016 का पुरस्कार अक्षय पात्र फाउंडेशन और सुलभ इंटरनेशनल को संयुक्त रूप से प्रदान किया गया।इस पुरस्कार में एक करोड़ रुपये नकद, प्रशंसा पत्र, एक पट्टिका और परम्परागत हस्तशिल्प कृति प्रदान की जाती है।
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पुरस्कार विजेताओं को बधाई देते हुए कहा कि आज सम्मानित किए संस्थानों और श्री सासाकावा के प्रशस्ति वाचनों और भाषणों से हम सभी को मानव कल्याण के लिए विभिन्न क्षेत्रों में किए जा रहे उनके निष्ठापूर्ण योगदान और उपलब्धियों की जानकारी मिली है। मुझे विश्वास है कि यह जानकारी जनसेवा की भावना के प्रसार में सहायक सिद्ध होगी।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा भारत की पहचान कैसे बन रही है, कैसे बढ़ रही है, भारत की स्वीकृति कैसे बढ़ रही है और गांधी के आदर्श आज मानव कल्याण के लिए उपकारक कितने हैं ये विश्व स्वीकार करने लगा है। इसके लिए हम हिंदुस्तान के हर बच्चे लिए, हर नागरिक के लिए इससे बड़ा गर्व क्या हो सकता है।