अबूधाबी 01 मार्च।भारत की विदेशमंत्री सुषमा स्वराज ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के खिलाफ लड़ाई नहीं है।
श्रीमती स्वराज ने आज यहां इस्लामी देशों के सहयोग संगठन के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि आतंकवाद और उग्रवाद अलग-अलग नाम हैं लेकिन इनका मुख्य मकसद धार्मिक आस्थाओं और विश्वास को विकृत कर विनाश की ओर ले जाना है। आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई किसी धर्म के विरूद्ध नहीं है और ये हो भी नहीं सकती।
उन्होने कहा कि सभी धर्मों में शांति, सद्भाव और भाईचारे की ही बात कही गई है। उन्होंने कहा कि पिछले चार वर्षों के दौरान संयुक्त अरब अमारात, समस्त खाड़ी देश तथा पश्चिम एशियाई क्षेत्रों के साथ भारत के संबंध प्रगाढ़ हुए हैं।
श्रीमती स्वराज ने कहा कि आतंकवाद और कट्टरवाद के अलग अलग नाम और लेबल रहे हैं और धर्म के नाम पर इनका इस्तेमाल किया जाता रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वह एक अरब तीस करोड़ भारतीयों की शुभकामनाओं के साथ यहां आई हैं। इन भारतीयों में 18 करोड़ 50 लाख मुस्लिम भी शामिल हैं।
संगठन द्वारा भारत को आमंत्रित किए जाने के विरोध में इस सम्मेलन का बहिष्कार कर रखा है।