बैंक ऑफ इंडिया ने रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन खाते को धोखाधड़ी वाला घोषित किया जिसमें पूर्व निदेशक अनिल अंबानी का नाम शामिल है। बैंक ने 2016 में फंड के हेरफेर का हवाला दिया। आरकॉम ने बताया कि उसे बैंक से एक पत्र मिला है जिसमें लोन खातों को धोखाधड़ी वाला बताया है। एसबीआई ने भी ऐसा ही किया था।
अनिल अंबानी की रिलायंस कम्युनिकेशंस पर लगा फ्रॉड का ठप्पा
भारतीय स्टेट बैंक के बाद, बैंक ऑफ इंडिया ने भी दिवालिया हो चुकी रिलायंस कम्युनिकेशंस के लोन खाते को धोखाधड़ी वाला घोषित किया है और इस मामले में कंपनी के पूर्व निदेशक अनिल अंबानी का नाम भी लिया है। शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक ऑफ इंडिया (बीओआई) ने 2016 में कथित तौर पर फंड के हेरफेर का हवाला दिया है।
सरकारी बैंक बीओआई ने अगस्त 2016 में रिलायंस कम्युनिकेशंस को उसके चालू पूंजीगत व्यय और ऑपरेशनल एक्सपेंडिचर और मौजूदा देनदारियों के भुगतान के लिए 700 करोड़ रुपये का लोन दिया था।
क्यों लिया गया ये फैसला
रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) ने शेयर बाजार को दी जानकारी में बैंक के लेटर के बारे में बताया है। इसके अनुसार अक्टूबर 2016 में जारी की गई स्वीकार की गयी राशि का आधा हिस्सा एक एफडी में निवेश किया गया था, जिसकी लोन की शर्तों के अनुसार अनुमति नहीं थी।