नई दिल्ली 06 अप्रैल।देश के विभिन्न भागों में आज भारतीय नववर्ष उत्सव चैत्र शुक्लादि, उगादि, गुढि़ पाडवा, चेटि चंड, नवरेह उल्लास से मनाए जा रहे हैं।
महाराष्ट्र में नव वर्ष उत्सव गुढि़पडवा उत्साह से मनाया जा रहा है। यह उत्सव रबी की फसल की कटाई को देखते हुए किसानोंके लिए भी महत्वपूर्ण है।यह दिन चैत्र नवरात्रि के आरंभ का प्रतीक है, जिसके समापन पर रामनवमी मनाई जाती है।
हिन्दूपंचांग का पहला दिन गुढि पाडवा जीत की खुशी का प्रतीक है। इस दिन महाराष्ट्रियन घरों के बाहर एक गुढि लगाई जाती है।यह विशेष गुढि को आम तौर पर पीले और लाल रंग की होती है और इसे फूल, आम पत्ते और नीम के पत्तों के साथ सजाया जाता है।माना जाता है कि गुढि बुराई को खत्म करके घर में समृद्धि और सौभाग्य को आमंत्रित करने के लिए है। घरेलू तौरपर इस उत्सव के दिन जल्दी उठते हैं। पवित्र स्नान करते हैं और नीम पत्तों को खाकर अपने दिन की शुरूआत करते हैं।