यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की और शीर्ष सैन्य अधिकारियों ने कहा है कि युद्ध के मोर्चों पर रूसी सेना की आक्रामकता कमजोर पड़ रही है। 2025 में उसने भारी नुकसान और अत्यधिक ऊर्जा व्यय कर बहुत कम लाभ अर्जित किए हैं। जेलेंस्की ने यह बात यूक्रेनी सेना के लिए जारी वीडियो संदेश में कही है।
जेलेंस्की ने युद्ध क्षेत्र की जानकारी लेने के बाद कहा, डोनेस्क में प्रोक्रोव्स्क के नजदीक डोब्रोपिला पर कब्जे के लिए रूसी सेना ने बहुत ताकत लगाई लेकिन वहां पर उसे पीछे धकेल दिया गया। जबकि यूक्रेनी सेना के जनरल ओलेक्जेंडर सिरस्की ने कहा कि बसंत और गर्मी के मौसम में रूसी सेना के अभियान को प्रभावी तरीके से बाधित किया गया।
इसी के कारण रूसी सेना को मोर्चों पर सैनिकों की भारी तैनाती और तमाम संसाधनों के इस्तेमाल के बावजूद बहुत कम सफलताएं मिली हैं। कहा, रूस को इन सफलताओं के एवज में भारी जनहानि झेलनी पड़ी है। एक अनुमान के अनुसार यूक्रेन युद्ध में रूसी सेना के 10 लाख से ज्यादा सैनिक मारे गए हैं या घायल हुए हैं।
जनरल सिरस्की ने बताया कि रूस से लगने वाली यूक्रेन की 1,250 किलोमीटर लंबी जमीनी सीमा पर लड़ाई चल रही है। इस लड़ाई में करीब रूस की ओर से 7,12,000 सैनिक शामिल हैं।
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