राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं है। जब से सीट बंटवारे की घोषणा की गई है तब से एनडीए के कुछ घटक दलों की नाराजगी की बात सामने आ चुकी है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी और सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट लिखकर अपनी नाराजगी जाता चुके हैं। लेकिन, अब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही नाराज हो गए हैं। वह अपनी पार्टी के लिए 103 से अधिक सीटें चाह रहे थे लेकिन जदयू को भाजपा के बराबर 101 सीट ही दिया गया। अब इसके बाद भी कम करीब 9 सीटों के बंटवारे को लेकर नाराज हैं। यह वैसी सीटें हैं, जिन्हें केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान के खाते में दी गई। उदाहरण के तौर पर कदवा, सोनबरसा विधानसभा सीट। इन सब मुद्दों को लेकर सोमवार देर रात जदयू के कार्यकारी अध्यक्ष संजय झा के आवास पर मीटिंग हुई। जदयू ने भाजपा को इन सीटों पर फिर से विचार करने के लिए कहा है। अब आज दोपहर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने आवास पर जदयू के शीर्ष नेतृत्व के साथ बैठक करेंगे। सूत्र बता रहे हैं कि नीतीश कुमार अपने करीबी और जदयू के एक शीर्ष नेता से नाराज हो गए हैं। कहा जा रहा है कि सीएम नीतीश ने सीट बंटवारे को लेकर जो जिम्मेदारी उन्हें सौंपी थी, उसपर वह खड़े नहीं उतर पाए।
जदयू ने इन दिग्गजों को दिया सिंबल
बताया रहा है कि कदवा से जदयू के पूर्व सांसद दुलालचंद गोस्वामी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे लेकिन यह सीट लोजपा (राम) के खाते में दे दी गई। वही सोनबरसा सीट से मंत्री रत्नेश सदा विधायक हैं। यह सीट भी सीट बंटवारे के बाद लोजपा (राम) के खाते में दिखाई गई लेकिन सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रत्नेश सदा को जदयू का सिंबल दे दिया। जिससे यह स्पष्ट हो गया कि नीतीश कुमार एनडीए को एक कड़ा संदेश देना चाहते हैं। इतना ही नहीं जदयू ने एनडीए में उम्मीदवारों की घोषणा होने से पहले ही अपने साथ प्रत्याशियों को सिंबल दे दिया है। इनमें भोरे से शिक्षा मंत्री सुनील कुमार, सोनबरसा से मंत्री रत्नेश सदा, राजपुर से पूर्व मंत्री संतोष कुमार निराला, जमालपुर से पूर्व मंत्री शैलेश कुमार वैशाली से सिद्धार्थ पटेल, मोकामा से पूर्व विधायक अनंत सिंह और झाझा से दामोदर रावत शामिल हैं। रत्नेश सदा और अनंत सिंह आज अपना नामांकन पर्चा भी दाखिल करने जा रहे हैं।
गृह मंत्री अमित शाह सीएम नीतीश से कर सकते हैं मुलाकात
सूत्र बता रहे हैं कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को मनाने के लिए गृह मंत्री अमित शाह खुद पटना आ रहे हैं। भाजपा का शीर्ष नेतृत्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से बात करने की कोशिश कर रहा है। संभावना है कि अमित शाह जल्द ही सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात करें। बता दें कि एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा के बाद भाजपा और जदयू को 101-101, लोजपा (राम) को 29, हम और रालोमो को छह-छह सीटें दी गई हैं।