बिहार के महागठबंधन में लगातार खींचतान के बाद आखिरकार पहले चरण के नामांकन के ठीक कुछ घंटे पहले बिहार कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों की पहली सूची जारी कर दी। कांग्रेस ने पहली सूची में कुल 48 उम्मीदवारों के नाम शामिल है। हालांकि, इनमें से अधिकांश प्रत्याशियों को बगैर लिस्ट जारी हुए एक दिन पहले ही सिंबल मिल चुके हैं। सूची में पहले और दूसरे चरण दोनों के उम्मीदवारों के नाम हैं।
कांग्रेस की पहली सूची में अनुभवी और युवा नेताओं का मिश्रण देखने को मिला है, जो पार्टी की रणनीति को दर्शाता है। पहले और दूसरे चरण के लिए उम्मीदवारों की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने बिहार विधानसभा चुनाव में अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश की है पार्टी ने विभिन्न क्षेत्रों और समुदायों का प्रतिनिधित्व करने वाले चेहरों को चुना है, ताकि मतदाताओं के बीच व्यापक अपील बनाई जा सके।
कुटुंबा से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम चुनाव लड़ेंगे, जबकि सीनियर लीडर शकील अहमद कदवा से चुनावी मैदान में उतरेंगे। राजापाकर से प्रतिमा दास पर पार्टी ने फिर से भरोसा जताया है। पहली लिस्ट में 5 महिलाएं, 4 मुस्लिम उम्मीदवारों के नाम हैं। सोनबरसा से सरिता देवी, बेगूसराय से अमिता भूषण, हसुआ से नीतू कुमारी, कोढ़ा से पूनम पासवान और राजापाकर से प्रतिमा कुमारी को मैदान में उतारा गया है।
पहली लिस्ट में 11 सिटिंग विधायकों पर भरोसा जताते हुए फिर से टिकट दिया गया है। इसमें भागलपुर, कदवा, मनिहारी, मुज़फ्फरपुर, राजापाकड़, बक्सर, राजपुर, कुटुंबा, करगहर, हिसुआ और औरंगाबाद के विधायक शामिल हैं। जबकि खगड़िया से सिटिंग विधायक छत्रपति यादव का टिकट काट दिया गया है। उनकी जगह चंदन यादव को टिकट दिया गया है। चंदन यादव पिछली बार बेलदौर से लड़े थे और हार गए थे।
इस लिस्ट में वजीरगंज सीट से पार्टी ने अपना उम्मीदवार बदल दिया है। कांग्रेस ने बेटे का टिकट काटकर पिता को टिकट दिया है। कांग्रेस ने शशि शेखर सिंह की जगह अवधेश कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है। अवधेश कुमार सिंह कांग्रेस के बड़े नेता हैं। मंत्री रहे हैं।वे 2015 में वे वजीरगंज से चुनाव जीते थे। 2020 में पार्टी ने उनकी जगह उनके बेटे शशि शेखर सिंह को उम्मीदवार बनाया। वे चुनाव हार गए।
2020 के चुनाव में नीतू कुमारी ने भारतीय जनता पार्टी के अनिल सिंह को 17 हजार से अधिक वोटो से हराया था। नीतू कुमारी को 94 हजार 930 वोट मिले थे और भाजपा के अनिल सिंह को 77 हजार 839 वोट मिले थे। इससे पहले नीतू कुमारी 2015 में समाजवादी पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ी थीं और उन्हें 14 हजार 188 वोट मिले थे।
पहले चरण के नामांकन का आखिरी दिन
बिहार विधानसभा चुनाव दो चरणों में हो रहा है। पहले चरण की वोटिंग 6 नवंबर एवं दूसरे चरण की वोटिंग 11 नवंबर को होगी। पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर है 18 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी नाम वापस लेने की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
जबकि बिहार विधानसभा के चुनाव के दूसरे चरण की नामांकन को लेकर 13 अक्टूबर को नोटिफिकेशन जारी किया गया। 20 अक्टूबर तक नामांकन पत्र दाखिल किए जाएंगे 21 अक्टूबर को नामांकन पत्रों की जांच होगी 23 अक्टूबर को नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है 11 सितंबर को दूसरे चरण का मतदान होगा।14 सितंबर को विधानसभा चुनाव के नतीजे आएंगे।