रायपुर14 अप्रैल।छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस ने कहा है कि राफेल रक्षा सौदों की परतें दर परतें खुलने के साथ ही यह बात साफ होते जा रही है कि चौकीदार ही चोर है।
प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने आज यहां जारी बयान में कहा कि फ्रांस के जाने माने अखबार ‘लेमोंडे’ के द्वारा किये गये खुलासे फ्रांस सरकार ने नरेन्द्र मोदी की फ्रांस यात्रा के बाद तथा राफेल विमानों के सौदे के बाद अनिल अंबानी की कंपनी‘‘रिलायंस अटलांटिक फ्लेग फ्रांस को 143 मिलियन यूरो की कर देनदारी को कम कर मात्र 7.6 मिनियन यूरो कर दिया है।फ्रांस की सरकार ने अंबानी की कंपनी को 1123 करोड़ की छूट दे दी। बड़ा सवाल यह उठता है कि यह छूट किसके कहने से दी गयी थी। 2010 की इस कर देनदारी को फ्रांस सरकार ने 2015 में ही मोदी के फ्रांस दौरे के बाद क्यों माफ किया?
उन्होने कहा कि राफेल विमान की खरीददारी के सौदे के तुरंत बाद की गयी यह छूट स्पष्ट करती है कि मोदी ने इस रक्षा सौदे की आड़ में अपने मित्र अंबानी को फायदा पहुंचाया है। भाजपा की केन्द्र सरकार और मोदी जी ने राफेल विमान रक्षा सौदों में बड़ी गड़बड़ी कर देश के खजाने को हजारों करोड़ का चूना लगाया है।यूपीए कांग्रेस सरकार ने 36 राफेल विमान प्रति विमान 526.10 करोड़ की लागत पर लिए थे, लेकिन मोदी सरकार ने 36 विमान प्रति विमान 1677.70 करोड़ रुपए में खरीदे यह बात राफेल विमान बनाने वाली कंपनी डसाल्ट एविएशन की 2016 की वार्षिक रिपोर्ट से स्पष्ट है।