अमेरिका ने अपने सबसे ताकतवर युद्धपोत को कैरेबियाई जलक्षेत्र में तैनात कर दिया है। अमेरिका जिस तरह से वेनेजुएला की नौकाओं को निशाना बना रहा है और अब उसने युद्धपोत तैनात किया है, उससे अनुमान लगाया जा रहा है कि अमेरिका वेनेजुएला के खिलाफ बड़ी कार्रवाई कर सकता है। हालांकि ट्रंप ने वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो के साथ बातचीत का विकल्प खुला रखा है। ट्रंप ने कहा कि ‘वेनेजुएला बातचीत करना चाहेगा’। हालांकि उन्होंने बातचीत के मुद्दे के बारे में विस्तृत जानकारी नहीं दी।
अमेरिका ने वेनेजुएला की नौकाओं को बनाया है निशाना
अमेरिका द्वारा अपना युद्धपोत तैनात करने की घटना ऐसे समय हुई है, जब ट्रंप प्रशासन के हाल के महीनों में कैरेबियाई जलक्षेत्र में वेनेजुएला की कई नौकाओं को निशाना बनाया है। ट्रंप प्रशासन का आरोप है कि इन नौकाओं के जरिेए अमेरिका में ड्रग्स की तस्करी की जा रही थी। अब अमेरिका द्वारा अपने सबसे आधुनिक और ताकतवर युद्धपोत यूएसएस गेराल्ड आर फोर्ड की तैनाती अमेरिका द्वारा वेनेजुएला की मादुरो सरकार पर दबाव बनाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है। यूएसएस गेराल्ड समेत अब अमेरिका के करीब एक दर्जन नौसेना जहाज और करीब 12 हजार नाविक और मरीन कैरिबियाई क्षेत्र में तैनात हैं। अमेरिकी सैनिक पनामा और त्रिनिदाद एंड टोबैगो में युद्धभ्यास भी कर रहे हैं।
अमेरिका-वेनेजुएला में बढ़ रहा तनाव
सितंबर से अब तक अमेरिका के कैरिबियाई जलक्षेत्र में वेनेजुएला की नौकाओं को निशाना बनाकर किए गए 21 हमलों में करीब 83 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं अमेरिका के आक्रामक रुख और बड़ी संख्या में युद्धक जहाजों की तैनाती को उकसावे की कार्रवाई बताया और आरोप लगाया कि अमेरिका की सरकार उनके खिलाफ युद्ध छेड़ने की तैयारी कर रही है। वेनेजुएला की सरकार ने भी अपनी सेनाओं की तैनाती बढ़ा दी है और सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है।
अमेरिकी सरकार के मादुरो सरकार पर आरोप
अमेरिकी सरकार निकोलस मादुरो की सरकार को मान्यता नहीं देती। अमेरिका ने ये भी आरोप लगाया है कि वेनेजुएला की सरकार अमेरिका में ड्रग तस्करी में शामिल है। अमेरिकी विदेश मंत्री ने ये भी आरोप लगाया कि ड्रग तस्करों के मुखिया वेनेजुएला के राष्ट्रपति निकोलस मादुरो और उनकी सरकार के शीर्ष अधिकारी ही हैं।
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