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शहीद वीर नारायण सिंह का बलिदान आत्मगौरव और स्वाभिमान का प्रतीक : मुख्यमंत्री साय

रायपुर, 10 दिसंबर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह का बलिदान छत्तीसगढ़ के आत्मगौरव, संघर्ष और स्वाभिमान का अमर प्रतीक है।

  श्री साय बुधवार को सोनाखान में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में प्रदेश के प्रथम शहीद वीर नारायण सिंह को नमन करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने शहीद के वंशजों को सम्मानित किया और क्षेत्र के विकास के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएँ भी कीं।

  मुख्यमंत्री ने सोनाखान में मुख्यमंत्री ग्रामीण बस योजना के तहत बस सेवा प्रारंभ करने, नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भवन निर्माण के लिए 75 लाख रुपये, सियान सदन निर्माण हेतु 50 लाख रुपये तथा मड़ई मेला स्थल में शौचालय निर्माण के लिए 20 लाख रुपये स्वीकृत किए। साथ ही उन्होंने कहा कि सोनाखान में इको-टूरिज्म विकास, सड़कों के निर्माण और अन्य बुनियादी सुविधाओं के लिए आवश्यक प्रावधान आगामी बजट में शामिल किए जाएंगे, जिससे स्थानीय रोजगार और पर्यटन दोनों को बढ़ावा मिलेगा।

  मुख्यमंत्री साय ने कहा कि भीषण अकाल के समय गरीबों में अनाज वितरित कर वीर नारायण सिंह ने मानवता की मिसाल पेश की। अंग्रेजी हुकूमत ने 10 दिसंबर 1857 को उन्हें फांसी दी, लेकिन उनका बलिदान सदियों से अन्याय के विरुद्ध संघर्ष और स्वाभिमान की प्रेरणा देता आ रहा है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ‘गारंटी’ के तहत राज्य सरकार ने अधिकांश वादों को पूरा किया है और आदिवासी क्षेत्रों में विकास तेजी से आगे बढ़ रहा है।

  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए आदिम जाति विकास मंत्री रामविचार नेताम ने कहा कि रायपुर के जयस्तंभ चौक में आज ही के दिन वीर नारायण सिंह को फांसी दी गई थी। उनका बलिदान आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करता रहेगा। उन्होंने राज्य सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी भी दी।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने 101.44 करोड़ रुपये की लागत के 119 विकास कार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन किया। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास ग्रामीण के 10 हितग्राहियों को आवास की चाबियाँ और ‘हम होंगे कामयाब’ कार्यक्रम के तहत 37 युवाओं को नियुक्ति पत्र प्रदान किए। आदिवासी समाज के पांच प्रतिभाशाली छात्रों को भी सम्मानित किया गया।

समारोह में वन मंत्री केदार कश्यप, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, पूर्व विधानसभा अध्यक्ष गौरीशंकर अग्रवाल, पूर्व विधायक डॉ. सनम जांगड़े, तथा शहीद वीर नारायण सिंह के वंशज राजेंद्र दीवान सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि और नागरिक मौजूद थे।