जगदलपुर 06 जुलाई।छत्तीसगढ़ के लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री गुरु रुद्रकुमार ने लोगों को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता को शासन की प्राथमिकता बताते हुए इस कार्य में लापरवाही बरतने वाले अधिकारियों पर कड़ी कार्यवाही की चेतावनी दी।
मंत्री गुरु रुद्र ने यहां कलेक्टोरेट भवन में संभाग स्तरीय विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल द्वारा बस्तर की पेयजल समस्या के निदान को हमेशा प्राथमिकता दी गई है तथा वे प्रत्येक बैठक में इस दिशा में उठाए जा रहे कदमों की जानकारी स्वयं ले रहे हैं। उन्होंने शासन द्वारा गरीब परिवारों को नल के माध्यम से जल आपूर्ति के लिए प्रारंभ की गई ‘मिनीमाता अमृत धारा योजना‘ को शासन की महत्वपूर्ण योजना बताते हुए इसका क्रियान्वयन तत्परता से करने के निर्देश दिए।
उन्होंने कहा कि नलजल संचालित सभी स्थानों में गरीब परिवारों को निःशुल्क जल प्रदाय करने हेतु यह योजना प्रारंभ की गई है। उन्होंने इस योजना के क्रियान्वयन के संबंध में पूर्व में दिए गए निर्देशों का पालन नहीं किए जाने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त की और कहा कि इस योजना के क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं करते हुए अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। उन्होंने बंद पड़ी सभी नलजल योजनाओं को भी तत्काल प्रारंभ करने के निर्देश दिए।
बैठक में उपस्थित जगदलपुर विधायक श्री रेखचंद जैन ने जगदलपुर शहर में संचालित जल आवर्द्धन योजना, आयरन एवं फ्लोराईड प्रभावित क्षेत्रों में पेयजल संबंधी समस्या तथा दरभा में बंद नलजल योजना के संबंध में चर्चा की। उन्होंने जगदलपुर शहर में जल आवर्द्धन योजना की लेटलतीफी के कारण इसकी लागत बढ़ने के साथ ही इस योजना के सही ढंग से क्रियान्वयन नहीं करने के कारण नगर निगम द्वारा हस्तांतरण नहीं लिए जाने की जानकारी दी। उन्होंने बस्तर में आयरन एवं फ्लोराईड प्रभावित क्षेत्रों में होने वाली स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से भी मंत्री को अवगत कराया।