नई दिल्ली 31 जुलाई।वार्ताप्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मुस्लिम महिला (विवाह अधिकार संरक्षण) विधेयक(तीन तलाक) विधेयक पारित होने का स्वागत किया है। इस विधेयक में तीन तलाक की प्रथा समाप्त करने का प्रावधान है। संसद ने कल यह विधेयक पारित कर दिया।
प्रधानमंत्री ने अपने कई ट्वीट के जरिए विधेयक के पारित होने को नारी की जीत बताते हुए कहा कि इससे समाज में समानता को बढ़ावा मिलेगा।उन्होने कहा कि मुस्लिम महिलाओं के प्रति ऐतिहासिक रूप से चली आ रही गलती में सुधार कर लिया गया है। प्रधानमंत्री ने कहा कि इससे आदिम और मध्य कालीन प्रथा को इतिहास के कूड़ेदान में डाल दिया गया है।
श्री मोदी ने कहा कि यह उन मुस्लिम महिलाओं के अनोखे साहस को नमन करने का अवसर है जिन्होंने तीन तलाक की वजह से बहुत अन्याय झेले हैं।इस विधेयक को राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद एक बार में तीन तलाक की प्रथा निष्क्रिय और अवैध होने के साथ संज्ञेय अपराध बन जाएगी।
विधेयक के अंतर्गत पीडित मुस्लिम महिलाओं और उनपर निर्भर बच्चों के लिए भत्ता दिए जाने का प्रावधान भी है। जिस विवाहिता मुस्लिम महिला को तलाक दिया जाता है, अगर वह मजिस्ट्रेट से मुकदमा वापस लेने का अनुरोध करती है और मजिस्ट्रेट उसे स्वीकृति दे देता है तो मुकदमा वापस लिया जा सकता है।