नई दिल्ली 26 अगस्त।केन्द्रीय अप्रत्यक्ष कर और कस्टम बोर्ड(सीबीआईसी) ने अधीक्षक या प्रशासनिक अधिकारी स्तर के 22 वरिष्ठ अफसरों को भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों के कारण जबरन रिटायर कर दिया है।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार यह फैसला स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री के भाषण में की गई घोषणा के आधार पर लिया गया है। प्रधानमंत्री ने लालकिले की प्राचीर से कहा था कि हो सकता है कर प्रशासन में कुछ भ्रष्ट लोगों ने सत्ता का दुरुपयोग कर ईमानदार करदाताओं को मामूली चूक पर जरूरत से ज्यादा परेशान किया हो।
इससे पहले, इस वर्ष जून में मौलिक नियम-56जे के तहत भारतीय राजस्व सेवा के 27 उच्च अधिकारियों को जबरन रिटायर किया गया था, जिनमें केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड के 12 अधिकारी भी थे।