नई दिल्ली 06सितम्बर।उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने कहा है कि भारत कभी भी आक्रामक देश नहीं रहा और उसने कभी किसी देश पर हमला नहीं किया।
श्री नायडू ने आज यहां राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के चुनिन्दा भाषणों के दूसरे संग्रह का विमोचन कर रहे थे। लोकतंत्र के स्वर और द रिपब्लिकन एथिक नाम की पुस्तकें राष्ट्रपति कोविंद के कार्यकाल के दूसरे वर्ष के दौरान दिये गये 95 संबोधनों का संकलन हैं। श्री नायडू ने कहा कि भारत ने हमेशा ही समूचे विश्व को एक परिवार माना है। उपराष्ट्रपति ने कहा कि समस्याओं का निराकरण बातचीत के माध्यम से किया जा सकता है।
श्री नायडू ने कहा कि राष्ट्रपति देश को अन्नदाता किसान, वैज्ञानिक, पेशेवरों और सबसे बढ़कर बहादुर जवानों के योगदान की याद दिलाते हैं।राष्ट्रपति कोविंद नौकरशाही में प्रवेश करने वाले युवाओं को संविधान की भावना की रक्षा के लिए उत्कृष्ट विचार अपनाने की प्रेरणा देते हैं।
सूचना और प्रसारण मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने प्रकाशित पुस्तकों का परिचय देते हुए कहा कि इनमें भारत की संस्कृति, बदलती दुनिया और शिक्षा के बारे में राष्ट्रपति के भाषणों के साथ साथ संसद में उनके भाषणों का संकलन शामिल है। कार्यक्रम में सूचना और प्रसारण सचिव अमित खरे के अलावा मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।