रायपुर, 01 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के तकनीकी शिक्षण संस्थानों (पॉलिटेक्निक और आई.टी.आई.) को टेक्नोलॉजिकल हब के रूप में विकसित करने और कृषि अनुसंधान व नवाचार केंद्रो के अपग्रेडेशन करने के लिए आज राज्य योजना आयोग और टाटा टेक्नोलॉजी पुणे के बीच एम.ओ.यू. हस्ताक्षरित किया गया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल भी इस मौके पर मौजूद थे।उन्होने इस अवसर पर कहा कि भविष्य में प्रौद्योगिकी पर आधारित अर्थव्यवस्था के विस्तार की संभावना है और यह जरूरी है कि राज्य के युवाओं को आधुनिकतम तकनीकों से लैस किया जाए ताकि वे रोजगार और स्वरोजगार के लिए तैयार हो सकें। उन्होने कहा कि टाटा टेक्नोलाजी के साथ ये एमओयू छत्तीसगढ़ के औद्योगिक विकास में तेजी लाएगा।
उन्होने कहा कि तकनीकी शिक्षा के साथ ही युवाओं को प्रशिक्षण भी देना चाहिए ताकि राज्य में रोजगारोन्मुखी मानव संसाधन तैयार हों, देश और दुनिया को कुशलतम मानव संसाधन मिले।उन्होने कहा कि टाटा टेक्नालाजी लिमिटेड, पुणे प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में ख्यातिप्राप्त संस्था है जो अपनी सेवाओं और अनुभव का लाभ अन्य राज्यों में भी दे रही है। इस संबंध में एक प्रस्ताव राज्य को भी प्राप्त हुआ। जिसकी उपयोगिता को देखते हुए राज्य योजना आयोग व टाटा टेक्नोलॉजी के मध्य आज एम.ओ.यू. हस्ताक्षर किया जा रहा है। इससे राज्य में रोजगार सृजन में सहायता मिलेगी।
टाटा टेक्नोलाजी पुणे के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट पी.वी.कौलगुड ने कहा कि इस एमओयू के माध्यम से प्रदेश में 23 तकनीकी शार्ट टर्म कोर्सेस की शुरूआत की जाएगी। उन्होने कहा कि उन्हें खुशी है कि वो छत्तीसगढ़ राज्य में अपनी सेवाएं देंगे।