लखनऊ 25 दिसम्बर।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में प्रदर्शन के दौरान हिंसा करने वालों से अपने कदम के बारे में आत्मचिंतन करने को कहा है।
श्री मोदी ने आज यहां पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा का अनावरण एवं अटल बिहारी चिकित्सा विश्वविद्यालय का शिलान्यास करने के बाद आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि अफवाहों पर हिंसा करने से उनका खुद का ही नुकसान है। देश के प्रत्येक नागरिक को बेहतर सार्वजनिक सुविधाएं पाने का हक है लेकिन उनका संरक्षण करना भी उनकी जिम्मेदारी है।
उन्होंने कहा कि विरासत में मिली समस्याओं को उनकी सरकार ने सुलझाया ही नही हैं बल्कि राष्ट्र के विकास के लिए मजबूत नींव रखी।उन्होने कहा कि विरासत में अनुच्छेद 370 को बहुत आसानी से हटाकर दिखाया। अयोध्या मामले का समाधान बड़ी आसानी से निकला। देश की जनता ने इन फैसलों का स्वागत किया। आजादी के बाद से ही हिंदू शरणार्थी एक गरिमामयी जीवन के लिए तड़प रहे थे हमने उन्हें सम्मान दिया। हम आगे भी इसी तरह चुनौतियों को चुनौती देते रहेंगे।
उन्होंने अटल जी की याद करते हुए कहा कि वो कहा करते थे कि जीवन को कभी भी टुकड़ों में नहीं देखा जा सकता। जीवन को हमेशा ही समग्रता में देखना चाहिए। यही बात सरकार के लिए भी सत्य है, सुशासन के लिए भी सत्य है। सुशासन भी तब तक संभव नहीं है, जब तक हम समस्याओं को संपूर्णता में, समग्रता में नहीं देखेंगे।
इस मौके पर रक्षामंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य सहित भाजपा के कई वरिष्ठ नेता व कार्यकर्ता मौजूद थे।