नई दिल्ली 26 दिसम्बर।गृहमंत्री अमित शाह ने नागरिकता संशोधन कानून के बारे में लोगों को गुमराह करने का विपक्षी दलों पर आरोप लगाया है।
श्री शाह ने आज पूर्वी दिल्ली हब के विकास के लिए कड़कड़डूमा में आयोजित एक कार्यक्रम में यह आरोप लगाते हुए कहा कि..सिटिजनशिप एमेंडमेंड बिल पर विपक्षों ने कांग्रेस के नेतृत्व में एक भ्रांति खड़ी कर दी। दिल्ली ने बहुत समय के बाद देखा है, लोग सड़कों पर आए, दिल्ली की शांति को भंग किया गया, मैं आज बहुत जिम्मेदारी के साथ कहना चाहता हूं, विपक्ष ने दिल्ली को, जनता को गुमराह कर-कर दिल्ली की शांति को भंग किया है..।
उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में एक नई कार्य संस्कृति शुरू की है। गृहमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने दिल्ली में अनाधिकृत कालोनियों में रहने वाले 40 लाख लोगों को मालिकाना हक प्रदान किए। मोदी सरकार ने तय किया कि सबको अधिकृत कर-कर मालिकाना हक पांच सौ रुपया और दो हजार रुपया में दे दिया जाए। कुल मिला कर के 13 कानून ये करने के रास्ते में रोड़ा बन कर खड़े थे। मोदी जी ने एक ही कैबिनेट नोट से 13 के 13 कानूनों को साइड पर रख कर ये 40 लाख लोगों को अपने घर का मालिक बनाने का काम किया है।
श्री शाह ने कहा कि झुग्गियों को मकानों में बदलने की अवधारणा सबसे पहले केन्द्र की इसी सरकार द्वारा शुरू की गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक बड़ा साइकिल पथ को बनाने की भी योजना है। श्री शाह ने कहा कि यमुना के तटों के सौन्दर्यीकरण का काम भी किया जा रहा है।
गृहमंत्री ने कहा कि सिख विरोधी दंगों के बाद से कई बार कांग्रेस सरकार रही परन्तु इन पर कोई जांच नहीं कराई गई। उन्होंने कहा कि एनडीए सरकार ने एसआईटी का गठन किया और अब दोषी सलाखों के पीछे हैं।