नई दिल्ली 28 जनवरी।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा है कि पड़ोसी देशों में प्रताडि़त अल्पसंख्यकों को भाजपा द्वारा दिये गये आश्वासन की पूर्ति के लिए सरकार नागरिकता संशोधन अधिनियम लेकर आई है।
श्री मोदी ने आज यहां एनसीसी कैडेटों की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पाकिस्तान में, बांग्लादेश में, अफगानिस्तान में रह रहे हिन्दुओं, सिखों से ये वादा किया था कि अगर उन्हें जरूरत होगी, तो वो भारत आ सकते हैं। भारत के पुराने वायदे को पूरा करने के लिए आज जब हमारी सरकार सिटीजनशिप अमेंडमेंट एक्ट लेकर के आई है, तो कुछ राजनीतिक दल अपने वोट बैंक पर कब्जा करने की स्पर्धा में लगे हैं।
उन्होने कहा कि कश्मीर समस्या स्वतंत्रता के समय से ही मौजूद थी और वहां आतंकवाद भी पनप रहा था। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश अब एक नई दृष्टि के साथ आगे बढ़ रहा है और आतंकवाद का मुकाबला करने के लिए सर्जिकल स्ट्राइक और हवाई हमले कर रहा है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ जम्मू-कश्मीर ही नहीं बल्कि समूचे देश में अब शांति का नया माहौल है। प्रधानमंत्री ने कहा कि देश सख्ती से विघटनवाद का मुकाबला कर रहा है और इसे पूरी तरह से पराजित करेगा।प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार पूर्वोत्तर की आकांक्षाओं को पूरा करने में सफल रही है, जिसे दशकों तक नजरअंदाज किया गया था।
श्री मोदी ने कहा कि अपनी-अपनी मांगों की वजह से नॉर्थ-ईस्ट में कई उग्रवादी संगठन पैदा हो गये।इन संगठनों का लोकतंत्र में विश्वास नहीं था। हमनें एक तरफ नॉर्थ-ईस्ट के विकास के लिए अभूतपूर्व योजनाओं की शुरूआत की और दूसरी तरफ बहुत ही फूले मन और खुले दिल के साथ सभी स्टेकहोल्डर्स के साथ बातचीत शुरू की। बोडो समझौता इसी का परिणाम है।