नई दिल्ली 11 अप्रैल।भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद(आई.सी.एम.आर.) ने कोविड-19 के उपचार के लिए रोग मुक्त करने वाली प्लाज़्मा थैरेपी को स्वीकृति दे दी है।
आई.सी.एम.आर. के अनुसार इस थिरैपी में उपचार के बाद कोविड-19 से पूरी तरह ठीक हुए व्यक्ति के खून के प्लाज्मा का उपयोग रोगियों के इलाज के लिए किया जाता है। इस थैरेपी में प्लाज्मा में मौजूद एंटीबॉडी के आधार पर रोगी व्यक्ति में वायरस रोधी क्षमता विकसित की जाती है।
आईसीएमआर ने केरल में श्री चित्रा तिरूनल आयुर्विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान को इस थैरेपी से कोरोना वायरस से संक्रमित रोगियों के उपचार की स्वीकृति दे दी है। तिरूअनंतपुरम में ये संस्थान केंद्र सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के अंतर्गत राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है।