नई दिल्ली 17 जून।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हिंसक झड़पों में शहीद हुए भारतीय सैनिकों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।
श्री मोदी ने राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ आज दूसरी वर्चुअल बैठक के मौके पर कहा कि जो कोई भारत की सम्प्रभुता और अखंडता के साथ छेड़छाड़ का प्रयास करेगा उसे मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा।उन्होने कहा कि हमारे लिये भारत की अखंडता और संप्रभुता सर्वोच्च है और इसकी रक्षा करने से हमें कोई भी रोक नहीं सकता। इस बारे में किसी को भी जरा भी भ्रम या संदेह नहीं होना चाहिये। भारत शांति चाहता है। लेकिन, भारत उकसाने पर हर हाल में, यथोचित जवाब देने में सक्षम है।
उन्होने कहा कि भारत ने हमेशा अपने पड़ोसी देशों के साथ संपर्क साधने की कोशिश की है ताकि आम राय बनाने में मदद मिले। भारतीय सैनिकों के शौर्य और साहस का जिक्र करते हुए श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र ने हमेशा इस क्षेत्र में शांति की कामना की है, लेकिन किसी भी उकसावे पर भारत करारा जवाब देने को भी तैयार है।
श्री मोदी ने कहा कि भारत सांस्कृतिक रूप से एक शांतिप्रिय देश है। हमारा इतिहास शांति का रहा है। भारत का वैचारिक मंत्र ही रहा है – लोका: समस्ता: सुखिन: भवन्तु। हमने हर युग में, पूरे संसार में शांति की है। मानवता के कल्याण की कामना कह है। हमने हमेशा से ही अपने पड़ोसियों के साथ एक को-ऑपरेटिव और फ्रैंडली तरीके से मिलकर काम किया है। हमेशा उनके विकास और कल्याण की कामना कह है। जहां कहीं हमारे मतभेद भी रहे हैं, हमने हमेशा ही यह प्रसास किया है कि मतभेद, विवाद ना बने।
प्रधानमंत्री ने सैनिकों के शौर्य को नमन करते हुए उन्हें श्रृद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री और वर्चुअल बैठक में शामिल सभी मुख्यमंत्रियों ने शहीदों के सम्मान में खड़े होकर दो मिनट का मौन रखा।