नई दिल्ली 03 जुलाई। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने कोविड-19 के ऐसे रोगियों को घर पर ही पृथकवास में रहने के लिए नये दिशानिर्देश जारी किये हैं, जिनमें महामारी के लक्षण बेहद मामूली हैं या लक्षण नहीं दिखाई दे रहे हैं।
देशभर में इस तरह के रोगियों का बड़ी संख्या में पता चलने के बाद ये दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं। इन रोगियों के घर में पृथकवास की सुविधा होनी चाहिए। 60 वर्ष से अधिक के बुजुर्ग रोगी और गंभीर बीमारियों से ग्रसित रोगियों को उचित जांच के बाद ही घर पर पृथकवास की अनुमति दी जाएगी। ऐसे कोविड रोगियों की देखभाल करने वालों और घनिष्ठ संपर्क में आने वालों को डाक्टर की सलाह पर हाइड्रॉक्सी क्लोरोक्विन दवा दी जानी चाहिए।
मंत्रालय ने सलाह दी है कि कोविड संक्रमित रोगियों में गंभीर लक्षण दिखाई देने तत्काल डॉक्टर की सलाह जरूरी है। दिशानिर्देशों में यह भी कहा गया है कि रोगियों को लक्षण उभरने के 10 दिन बाद तीन दिन तक बुखार न रहने पर अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी।
मंत्रालय ने घर पर पृथकवास वाले रोगियों की निगरानी के लिए विस्तृत दिशानिर्देश भी दिये हैं। राज्य और जिला प्रशासनों को कहा गया है कि वे अपने स्वास्थ्य कर्मचारियों और निगरानी दस्तों के जरिए रोजाना ऐसे रोगियों का ध्यान रखें। इसके लिए बनाए गए नियमों के अनुसार क्षेत्रीय स्तर पर काम करने वाले स्वास्थ्य कर्मी हर मामले की चिकित्सा स्थिति की निगरानी करेंगे और परिवार के सभी सदस्यों और संपर्क में आए व्यक्तियों का परीक्षण और ध्यान रखेंगे।