नई दिल्ली 29 जुलाई।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रफाल लड़ाकू विमानों के भारत पहुंचने का स्वागत किया है।
श्री मोदी ने कहा कि राष्ट्र की रक्षा से बढ़कर कोई पुण्य नहीं है, कोई व्रत नहीं है और कोई यज्ञ भी नहीं है। प्रधानमंत्री ने इन विमानों का स्वागत करते हुए संस्कृत की सूक्ति ट्वीट की — नभ: स्पृशं दीप्तम।
रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि रफाल लडाकू विमानों का भारत में आना देश के सैन्य इतिहास में नये युग की शुरुआत है। उन्होंने कहा है कि ये अत्याधुनिक विमान भारतीय वायुसेना की क्षमता में क्रांतिकारी परिवर्तन लाएंगे। उन्होंने इन विमानों को सुगमता से लाने के लिए भारतीय वायुसेना को बधाई दी। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि 17वीं स्क्वाड्रान के गोल्डन एरोज अपने उद्देश्य-उद्यम अजस्रम पर खरे उतरेंगे।
उन्होने कहा कि इन विमानों की उडान क्षमता, इनके हथियार तथा रडार और सेंसर जैसी विशिष्टताएं दुनिया में श्रेष्ठतम में से हैं। इन विमानों के प्राप्त करने से देश को किसी भी खतरे से मजबूती से निपटने में मदद मिलेगी।