नई दिल्ली 03 सितम्बर।भारत ने कहा है कि पिछले चार महीनों से सीमावर्ती क्षेत्रों में जारी स्थिति चीन की गतिविधियों का परिणाम है,जोकि एकतरफा यथास्थिति को बदलने का दुष्प्रयास कर रहा है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने आज यहां संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि..भारत ने चीन से अपील की है कि वह इन क्षेत्रों में तेजी से शांति बहाल करने के भारतीय प्रयासों में ईमानदारी से सहयोग करे।भारत ने चीन को सेनाएं पीछे हटाने और तनाव पैदा करने वाली गतिविधियों को अंजाम न देने का सुझाव दिया है..।
उन्होने बताया कि समस्याओं का समाधान राजनीतिक और सैन्य माध्यमों से बातचीत के जरिए किया जा सकता है।उन्होंने कहा कि भारत सभी मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण बातचीत के जरिए करने केलिए वचनबद्ध है।उन्होंने कहा कि चीन की गतिविधियों से द्विपक्षीय समझौतों और वायदों का उल्लंघन हुआ है।उन्होंने कहा कि इन समझौतों की बदौलत करीब तीन दशक से सीमावर्ती क्षेत्रों में शांति और स्थिरता बनी हुई थी।
श्री श्रीवास्तव ने कहा कि ग्राउंड कमाण्डर स्थिति के समाधान के लिए बातचीत जारी रखे हुए हैं।उन्होंने दोनों देशों के विदेश मंत्रियों और विशेष प्रतिनिधियों के बीच बनी सहमति की याद दिलायी।इसमें कहा गया था कि दोनों देशों को सीमावर्ती क्षेत्रों में स्थिति से निपटने के लिए जिम्मेदारी से काम करना चाहिए और उकसाने वाली कार्रवाई नहीं करनी चाहिए।