रायपुर 25 अक्टूबर।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल आज सार्वजनिक दशहरा उत्सव समिति श्री दूधाधारी मठ द्वारा रावणभाठा-टिकरापारा में आयोजित दशहरा उत्सव में शामिल हुए।
श्री बघेल ने वहां रावण वध के बाद भगवान श्री बालाजी के आरती कार्यक्रम में भाग लेते हुए पूजा-अर्चना की और प्रदेश की समृद्धि तथा खुशहाली के लिए कामना की। उन्होने इस मौके पर खुशी जाहिर करते हुए कहा कि श्री दूधाधारी मठ द्वारा आयोजित यह उत्सव छत्तीसगढ़ के सबसे प्राचीन दशहरा उत्सव में माना जाता है। इसके लिए उन्होंने संरक्षक राजेश्री महंत डा.रामसुंदरदास तथा अध्यक्ष मनोज वर्मा सहित पूरे आयोजन समिति की सराहना की।
उन्होने कहा कि दशहरा का पर्व असत्य पर सत्य की जीत, अंधकार पर प्रकाश की जीत और अधर्म पर धर्म की जीत का पर्व है।यह पर्व हमें अपने अहंकार तथा बुराई को समाप्त कर अच्छाई तथा सत्य की राह पर चलने का सीख देता है।जब तक हमारे समाज, आस-पास तथा स्वयं में जो बुराई है वह समाप्त नहीं होगी तब तक हम और हमारा समाज आगे नहीं बढ़ पाएगा।इसलिए समाज में अहंकार, बुराई तथा असत्य के प्रतीक रावण का नाश जरूरी है, तभी हम आगे बढ़ पाएंगे।
दशहरा उत्सव कार्यक्रम को पूर्व मंत्री एवं विधायक बृजमोहन अग्रवाल तथा नगर निगम रायपुर के महापौर एजाज ढेबर ने भी संबोधित किया।