रायपुर 24फरवरी।छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने महासमुन्द जिले में पांच करोड़ 25 लाख रूपए सरकारी खाते में जमा नही होने को लेकर आबकारी मंत्री कवासी लखमा के जवाब से असन्तुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन किया।
मंत्री लखमा ने प्रश्नोत्तरकाल में भाजपा के नारायण चंदेल के प्रश्न के उत्तर में स्वीकार किया कि 2018-19 में शराब बिक्री के महासमुन्द जिले में पांच करोड़ 25 लाख 98 हजार रूपए सरकारी खाते में जमा नही हुए है।उन्होने कहा कि यश बैंक प्रबन्धन की अनियमितता के कारण यह राशि खाते में जमा नही हुई।इसके बाद यश बैंक को ब्लेक लिस्टेड कर दिया गया। निगम के इस आदेश पर उच्च न्यायालय ने स्थगन आदेश पारित किया है और यश बैंक ने 10 करोड़ 33 लाख रूपए की बैंक गारन्टी निगम के पास जमा करवाई है।
श्री चंदेल ने कहा कि सरकारी धन अगर कोई सरकारी कर्मचारी गलत ढ़ग से एक दिन भी अपने घर रखता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई होती है,और मुकदमा दर्ज करवाया जाता है।लेकिन इस मामले में अभी तक क्यों मुकदमा दर्ज नही हुआ।मंत्री श्री लखमा ने फिर दोहराया कि यश बैंक की लापरवाही के धन जमा नही हुआ।जनता कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने पूछा कि निजी बैंक से हटाकर किसी राष्ट्रीयकृत बैंक में धन रखा जायेंगा,इस पर मंत्री ने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय से ही उसी बैंक में खाता है।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि सरकार के खाते को चूना लगाया जा रहा है,और मंत्री जवाब नही दे रहे है।इसके बाद भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।