नई दिल्ली 23 मई।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चक्रवात यास को देखते हुए सभी संबंधित विभागों को तटों के निकट गतिविधियों में लगे लोगों को समय पर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का निर्देश दिया हैं।चक्रवात के बुधवार शाम तक पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा तट को पार कर जाने की संभावना है।
श्री मोदी ने आज चक्रवात यास से उत्पन्न स्थिति से निपटने के लिए संबंधित राज्यों, केंद्रीय मंत्रालयों और संबंधित एजेंसियों की तैयारियों की समीक्षा के लिए आज उच्च-स्तरीय बैठक की। श्री मोदी ने बिजली आपूर्ति और संचार नेटवर्क की जल्द बहाली किए जाने की आवश्यकता पर बल दिया।उन्होंने अधिकारियों से राज्य सरकारों के साथ समुचित समन्वय रखने को कहा ताकि कोविड उपचार और टीकाकरण में कोई बाधा न आए।
उन्होंने जोखिम वाले जिलों में चक्रवात के दौरान ऐहतियाती उपायों से संबंधित निर्देश स्थानीय भाषाओं में उपलब्ध कराने को कहा। प्रधानमंत्री ने राहत और बचाव कार्यों में तटवर्ती समुदायों और उद्योगों सहित विभिन्न पक्षों को शामिल करने पर बल दिया।
बैठक में मौसम विभाग ने जानकारी दी कि चक्रवात यास के तेज होकर बुधवार शाम तक बहुत भीषण तूफान में बदलने और ओडिशा तथा पश्चिम बंगाल तट को पार करने की संभावना है। इस दौरान प्रतिघंटा 155 से 185 किलोमीटर तक की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं। इसके असर से पश्चिम बंगाल और ओडिशा के तटवर्ती जिलों में भारी वर्षा हो सकती है।