रायपुर 27 जुलाई।छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज मुख्य विपक्षी दल भाजपा के सदस्यों ने विशेष कोरोना शुल्क की राशि को लेकर मंत्री के जवाब से असन्तुष्ट होकर सदन से बहिर्गमन किया।
भाजपा के वरिष्ठ सदस्य अजय चन्द्राकर ने प्रश्नोत्तरकाल में पूरक प्रश्नों में विशेष कोरोना शुल्क की राशि से 36 करोड़ रूपए की राशि अंग्रेजी माध्यम स्कूल देने का मामला उठाते हुए पूछा कि विशेष कोरोना शुल्क की राशि को क्या दूसरे मद में खर्च किया जा सकता है। इसके बारे में क्या नियम है।उन्होने यह भी पूछा कि वसूल विशेष कोरोना शुल्क की कितनी राशि स्वास्थ्य विभाग को दी गई है।
मंत्री मोहम्मद अकबर ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग को अन्य मदों से प्रतिपूर्ति कर दी गई है।विशेष कोरोना शुल्क की राशि जमा है,आगे जरूरत होने पर दी जायेंगी।इससे पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लकमा ने कहा कि विशेष कोरोना शुल्क की वसूल राशि को स्वास्थ्य विभाग को हस्तांतरित नही किया गया है।श्री चन्द्राकर ने फिर अंग्रेजी स्कूल को 36 करोड़ देने का मामला उठाया।उन्होने इस बारे में जारी दोनो नोटोफिकेशन में विशेष कोरोना शुल्क का स्पष्ट उल्लेख होने का जिक्र किया और विधानसभा अध्यक्ष डा.चरणदास महंत की अनुमति से उसे सदन के पटल पर भी रख दिया।श्री चन्द्राकर ने कहा कि विशेष कोरोना शुल्क की राशि को दूसरे मदों पर खर्च करने किया जा रहा है।
भाजपा के वरिष्ठ सदस्य बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि सरकार ने विशेष कोरोना शुल्क की राशि को खर्च करने का नियम बनाया होगा,उसकी जानकारी नही देना आश्चर्यजनक है।जनता कांग्रेस के धर्मजीत सिंह ने कहाकि सरकार को नियम की जानकारी देने में क्या समस्या हैं। मंत्री अकबर बार बार विशेष कोरोना शुल्क की राशि को अन्य मद में खर्च करने से इंकार करते रहे। खिरकार उनके उत्तर से असन्तुष्ट होकर भाजपा सदस्यों ने सदन से बहिर्गमन किया।