नई दिल्ली 15 सितम्बर।उपराष्ट्रपति तथा राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने संयुक्त रूप से आज संसद टीवी का शुभारंभ किया।
इस वर्ष फरवरी में, लोकसभा टीवी और राज्यसभा टीवी का विलय कर संसद टीवी की शुरूआत करने का निर्णय लिया गया था।संसद टीवी के कार्यक्रम मुख्य रूप से चार श्रेणियों में होंगे। संसद तथा लोकतांत्रिक संस्थानों का कामकाज, योजनाओं का संचालन तथा कार्यान्वयन और भारत की नीतियां, इतिहास तथा संस्कृति के अतिरिक्त सम-सामयिक प्रकृति के विषयों, रूचियों तथा विभिन्न सरोकारों से सम्बंधित विषयों पर कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे।
उपराष्ट्रपति श्री नायडू ने अपने संबोधन में कहा कि भारत में दुनिया में सबसे जीवंत संसदीय लोकतंत्र है और यह आयोजन, मीडिया तथा लोकतांत्रिक शासन के बीच महत्वपूर्ण संबंधों को उजागर करता है।इस अवसर पर श्री मोदी ने कहा कि भारत लोकतंत्र की जननी है और इसके लिए लोकतंत्र सिर्फ संवैधानिक संरचना नहीं बल्कि राष्ट्रीय भावना है। श्री मोदी ने कहा कि संसद टीवी के शुभारंभ का दिन, देश की संसदीय प्रणाली में एक और महत्वपूर्ण अध्याय जोड़ रहा है। उन्होंने कहा कि आज देश को संसद टीवी के रूप में संचार और संवाद का ऐसा माध्यम मिल रहा है, जो देश के लोकतंत्र और जनप्रतिनिधियों की नई आवाज के रूप में काम करेगा।
अपने नए अवतार में संसद टीवी, सोशल मीडिया और ओटीटी प्लेटफॉर्म पर भी रहेगा और इसका अपना एप भी होगा। इससे हमारा संसदीय संवाद न केवल आधुनिक टेक्नोलोजी से जुड़ेगा बल्कि आम जन तक उसकी पहुंच भी बढ़ेगी। इस अवसर पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने कहा कि संसद टीवी, संसद और जनता के बीच संचार की एक कडी होगा। उन्होंने कहा कि इस चैनल पर पंचायत और संसद से सम्बंधित कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।