रायपुर 22 जुलाई।छत्तीसगढ़ विधानसभा में आज विपक्षी सदस्यों ने सरकार पर सड़कों की मंजूरी देने पर भेदभाव बरतने का आरोप लगाते हुए सदन से बहिर्गमन किया।
बसपा सदस्य केशवचन्द्रा ने प्रशनोत्तरकाल में अपने क्षेत्र जैजेपुर में कुछ सड़कों को बजट में पहले शामिल करने फिर उनकी प्रशासकीय स्वीकृति नही देने का मामला उठाया।लोक निर्माण मंत्री की अनुपस्थिति में उनकी ओर से वन मंत्री मोहम्मद अकबर ने उत्तर देते हुए कहा कि आर्थिक संसाधन के साथ ही भूमि अर्जन की समस्या के चलते इनका काम आगे नही बढ़ सका।श्री चन्द्रा ने एक सड़क का उल्लेख करते हुए कहा कि एक सड़क का भूमि अर्जन का मामला 2016 से लम्बित है,सरकार के विभागों में तालमेल नही है अन्यथा इस समस्या का आसानी से निराकरण हो सकता है।
श्री चन्द्रा ने आरोप लगाया कि वह विपक्ष के विधायक है इस कारण उनके साथ भेदभाव हो रहा है। जनता कांग्रेस सदस्य धर्मजीत सिंह ने उनका समर्थन करते हुए कहा कि उनके निर्वाचन क्षेत्र लोरमी की सभी मंजूर सड़कों को जिनका काम नही हुआ उन्हे वापस लेने की मांग करते है।उन्होने कहा कि मंत्री इसकी घोषणा करे।भाजपा सदस्य भी इस पर उत्तेजित हो गए।
नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि विपक्षी सदस्यों के क्षेत्र में सड़कों के निर्माण में लगातार भेदभाव हो रहा है।केवल दुर्ग जिले की सड़कों की मंजूरी दी जा रही है।उन्होने इसे लेकर सरकार की कड़ी आलोचना की और कहा कि लोक निर्माण मंत्री का विपक्षी सदस्यों के क्षेत्र के प्रति अच्छा नही है।विपक्षी सदस्यों ने इसके बाद विरोध स्वरूप सदन से बहिर्गमन किया।