रायपुर 28 जुलाई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज हरेली के अवसर पर अपने आवास परिसर से मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और अपनी शुभकामनाएं दी।
कार्यक्रम की शुरूआत छत्तीसगढ़ के राजगीत से हुई। ‘‘बात हे अभिमान के महिला मन के सम्मान के’’ सूत्र वाक्य के साथ यह यात्रा शुरू हुई। छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की पहल पर प्रदेश की महिलाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों और कानूनों की जानकारी देकर जागरूक करने और उनमें आत्मविश्वास बढ़ाने के उद्देश्य से यह न्याय रथ यात्रा शुरू की गई है।
मुख्यमंत्री श्री बघेल ने महिलाओं की सुरक्षा, न्याय और उन्हें अधिकार सम्पन्न बनाने की शपथ भी दिलाई। इस मौके पर महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती अनिला भेंड़िया, उद्योग मंत्री श्री कवासी लखमा, खाद्य मंत्री श्री अमरजीत भगत, वन मंत्री मोहम्मद अकबर, छत्तीसगढ़ राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष डॉ.किरणमयी नायक, गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष महंत राम सुंदर दास, विधायक सत्यनारायण शर्मा, राज्य खाद्य आपूर्ति निगम के अध्यक्ष रामगोपाल अग्रवाल सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ यात्रा राज्य महिला आयोग के माध्यम से संचालित की जाएगी। यह रथ सभी जिलों के गांव-गांव तक भ्रमण कर लोगों को शॉर्ट फिल्मों, संदेशों और ब्रोशर के माध्यम से महिलाओं के कानूनी प्रावधानों और उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में अवगत कराएगा। प्रथम चरण में रथ प्रदेश के नौ जिलों में जाएगा। इसकी शुरूआत दुर्ग जिले से होगी। इस अभियान के तहत महिलाओं को निःशुल्क कानूनी सहायता भी दी जाएगी। प्रत्येक महतारी न्याय रथ में दो अधिवक्ता भी होंगे, जो महिलाओं की समस्याओं को सुनकर उन्हें जानकारी और सलाह देंगे।
मुख्यमंत्री महतारी न्याय रथ शुरूआत में खनिज न्यास निधि प्राप्त करने वाले नौ जिलों दुर्ग, रायपुर, राजनांदगांव, बलौदाबाजार-भाटापारा, महासमुंद, जांजगीर-चांपा, गरियाबंद, धमतरी, कांकेर में जाएगा। इसके बाद प्रदेश के बाकी जिलों में न्याय रथ यात्रा शुरू होगी।