हमारी आंखें सबसे नाजुक होती हैं और आंखों (Serious Eye Problems) में हो रही थोड़ी सी तकलीफ या छोटी सी चोट भी गंभीर परेशानी का कारण बन सकती हैं। हालाँकि आज के मॉडर्न जमाने में लोग पूरे समय किसी ना किसी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का इस्तेमाल कर रहे होते हैं। कोई ऑफिस में तो कोई घर पर। हमारी नजरे कंप्यूटर और लैपटॉप से नहीं हटती है। हालाँकि इससे आपकी आंखों पर बुरा असर होता है और आपकी आंखें कमजोर हो जाती है। देखते ही देखते आंखों से क्लियर दिखना बंद हो जाता है और फिर आपको चश्मे का सहारा लेना पड़ता है। हालाँकि आपके फैशन स्टेटमेंट में चश्मा सही नहीं होता है और चश्मे से बचने के लिए कॉन्टैक्ट लेंस लगाने का उपाय निकाला गया है। हालाँकि कॉन्टैक्ट लेंस पहनने से गंभीर समस्याएं हो सकती है। आज हम आपको उन्ही के बारे में बताने जा रहे हैं।
आंखों में हो जाती है ऑक्सीजन की कमी- कॉन्टैक्ट लेंस सीधे आंख पर लगाए जाते हैं और पूरे कॉर्निया को कवर करते हैं, इस वजह से आपकी आंखों तक पहुंचने वाली ऑक्सीजन की मात्रा कम हो जाती है। जी हाँ और आंखों को स्वस्थ रखने के लिए ऑक्सीजन की अच्छी आपूर्ति बेहद जरूरी है
सूखी आंखे- कॉन्टैक्ट लेंस कॉर्निया पर आने वाले आंसू की मात्रा को कम कर देता है क्योंकि वे अपने आपको नरम रखने के लिए हमारे आंसू को अपने अंदर समा लेता है। आंसू की यह कमी ड्राई आई सिंड्रोम का कारण बनती है जिससे आंखों में खुजली, जलन और लाल होने जैसी समस्याएं होने लगती है।
बर्थ कंट्रोल दवाई (Birth Control Pills) के साथ ना करें कॉन्टैक्ट लेंस (Contact Lenses) का इस्तेमाल– अगर आप गर्भनिरोधक गोलियों का सेवन कर रहीं हैं तो उसी समय में कॉन्टैक्ट लेंस का इस्तेमाल ना करें क्योंकि इससे आपकी आंखों में जलन होगी।