बिटकॉइन की कीमतों में इजाफा देखने को मिला है। दुनिया की सबसे बड़ी और सबसे लोकप्रिय डिजिटल करेंसी बिटकॉइन मंगलवार को 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 23,762 डॉलर के निशान पर रही। CoinGecko के अनुसार मंगलवार को ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट कैप एक ट्रिलियन डॉलर के ऊपर रहा। पिछले 24 घंटों में ग्लोबल क्रिप्टो मार्केट 2 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1.17 ट्रिलियन डॉलर के निशान पर रहा। कीमतों के हिसाब से बिटकॉइन के लिए जुलाई का महीना शानदार रहा। पिछले साल अक्टूबर के बाद बिटकॉइन(Bitcoin) की कीमतों में सबसे ज्यादा 27 प्रतिशत की वृद्धि जुलाई महीने में हुई। जबकि ईथर की कीमतों में जनवरी 2021 के बाद जुलाई में 70 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई
दूसरे डिजिटल करेंसी में भी देखी गई तेजी
वहीं दूसरी ओर दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी लोकप्रिय क्रिप्टोकरेंसी एथेरियम ब्लॉकचेन की ईथर 4 प्रतिशत की बढ़त के साथ 1,769 डॉलर पर बना रहा। जबकि डॉगकॉइन की कीमत में 1 प्रतिशत की बढ़त के साथ 0.06 डॉलर और शीबा इनु भी 2 प्रतिशत की मामूली बढ़त के साथ 0.000012 डॉलर पर बना रहा। दूसरी ओर पिछले 24 घंटो में कई डिजिटल क्रिप्टोकरेंसी के प्रदर्शन में भी इजाफा रहा। एक्सआरपी, सोलोना, बीएनबी, लिटकॉइन, स्टेलर, चेनलिंक, टीथर, पोलकाडॉट, एपीकॉइन, युनीस्वेप, पॉलीगॉन की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई है।
इस बीच एशिया क्रिप्टो एक्सचेंज जीपमैक्स पीटीई उपयोगकर्ताओं को इस सप्ताह के अंत में अपने ट्रेंडिंग खातों से बिटकॉइन और ईथर को आंशिक रूप से निकालने की अनुमति देगा। जीपमैक्स पीटीई के इस कदम से डिजिटल करेंसी के मार्केट में चल रहे हालिया मंदी से लोगों को कुछ राहत मिलेगी। जीपमैक्स पीटीई ने जुलाई महीने में डिजिटल मार्केट में लिक्विडिटी की कमी के कारण ग्राहकों को अपने अकाउंट से बिटकॉइन और ईथर जैसे क्रिप्टो को निकालने से रोक दिया था। अब जीपमैक्स पीटीई 11 अगस्त से ईथर (Ether) और 16 अगस्त से बिटकॉइन को अपने अकाउंट से वापस निकालने का अधिकार देगा।
2022 की शुरुआत से ही जारी थी cryptocurrency की कीमतों में गिरावट
इस बीच कई क्रिप्टोकरेंसी कंपनियों ने या तो खुद को दिवालिया घोषित करने के लिए याचिका दायर की या उन्हें इमरजेंसी पूंजी को खर्च करने को दवाब डाला गया। ब्याज दरों में बढ़ोतरी और हाई प्रोफाइल मंदी की आशंकाओं ने इस साल डिजिटल टोकन को पछाड़ दिया है। बिटकॉइन जैसी कई क्रिप्टोकरेंसी की कीमत साल 2020 और 2021 में बढ़ी लेकिन इस साल की शुरूआत से हीं इसमें गिरावट देखने को मिल रही है।