विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘लाइगर’ को दर्शकों की तरफ से मिल रहे मिक्स्ड रिव्यू, थिएटर मालिक बोले- इतना घमंड अच्छा नहीं..
विजय देवरकोंडा की फिल्म ‘लाइगर’ को दर्शकों की तरफ से मिक्स्ड रिव्यू मिल रहे हैं। फिल्म ने तेलुगु बॉक्स ऑफिस पर पहले दिन काफी अच्छा कलेक्शन किया। हिन्दी बेल्ट में लाइगर की कमाई काफी कम रही इसका कारण बायकॉट पर दिए उनके बयान को भी माना जा रहा है। उनका यह कहना कि जिन्हें ‘बायकॉट करना है वो ना आएं फिल्म देखने’ फैंस को काफी आहत कर गया। सोशल मीडिया पर #BoycottLiger ट्रेंड कर रहा है और यह लाइगर की कमाई में एक बड़ा डेंट साबित हो सकता है।
भारत में 3000 स्क्रीन्स पर रिलीज हुई ‘लाइगर’ क्रिटिक्स और दर्शकों को एक समान प्रभावित करने में विफल रही है। फिल्म को लेकर लोग निराशा व्यक्त कर रहे हैं कि इसमें कुछ भी नया नहीं है। बैक-टू-बैक फिल्मों के बॉक्स ऑफिस पर धमाका होने के साथ, गेयटी गैलेक्सी और मराठा मंदिर सिनेमा के कार्यकारी निदेशक मनोज देसाई ने एक यूट्यूब वीडियो में बायकॉट के असर पर खुलकर बात की है। विजय देवरकोंडा के बयानों से भड़के मनोज देसाई ने एक्टर को घमंडी और एनाकोंडा कहा। उन्होंने यह भी कहा कि उसे वापस जाकर तमिल और तेलुगु फिल्में ही करनी चाहिए।
विजय देवरकोंडा के बयानों से झल्लाए मनोज देसाई ने कहा, ‘ आप अपनी ही फिल्म के बायकॉट के लिए बोलकर कैसी स्मार्टनेस दिखा रहे हो? आपके इस तरह के व्यवहार ने हमें परेशानी में डाल दिया है और हमारी एडवांस बुकिंग को प्रभावित किया है। आगे उन्होंने श्री विजय, आप ‘कोंडा कोंडा’ नहीं एनाकोंडा हैं। ‘विनाश काले विपरीत बुद्धि’, जब विनाश का समय करीब आता है, तो दिमाग काम करना बंद कर देता है, और आप ऐसा कर रहे हैं। वैसे भी, यह आपकी इच्छा है।’
उन्होंने आगे कहा, “मिस्टर विजय, लगता है, आप घमंडी हो गए हैं, ‘फिल्म देखें या अगर नहीं देखना चाहते हैं तो न देखें’, क्या आपने इसका असर नहीं देखा है। अगर दर्शक नहीं फिल्म को नहीं देखेंगे, आपने नहीं देखा कि तापसी पन्नू, आमिर खान और अक्षय कुमार किस दौर से गुजर रहे हैं। मुझे फिल्म से बहुत उम्मीदें थीं, लेकिन इंटरव्यू के दौरान इस तरह के बयानों का गहरा असर पड़ा है। किसी को ऐसा नहीं करना चाहिए और हैशटैग पर कभी ध्यान नहीं देना चाहिए।’