टीम इंडिया के बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा के लिए काउंटी क्रिकेट में आगाज किसी ड्रीम सीजन से कम नहीं रहा। उन्होंने ससेक्स के लिए खेलते हुए रॉयल लंदन वनडे कप में 9 मैचों में 624 रन बनाए लेकिन पुजारा ने उस घटना को याद किया जिसने उन्हें शानदार प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने 2021 के आइपीएल सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के द्वारा उन्हें अपमानित करने की घटना को याद किया है जब वह विजेता टीम के सदस्य तो थे लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिला।
क्रिकेट पॉडकास्ट से बात करते हुए, अनुभवी भारतीय खिलाड़ी ने कहा, “यह निश्चित रूप से मेरे खेल का एक अलग पक्ष है। पिचें अच्छी थीं, थोड़ी सपाट थीं लेकिन उन सतहों पर भी, आपको हाई स्ट्राइक-रेट पर स्कोर करने का इरादा होना चाहिए। यह एक ऐसी चीज है जिस पर मैंने हमेशा काम किया है।
2021 में हुए सीएसके का किस्सा सुनाया
उन्होंने 2021 आइपीएल सीजन के बारे में कहा कि “मैं एक साल पहले सीएसके का हिस्सा था और जब मैंने कोई मैच नहीं खेला और लोगों को तैयारी करते देखा, तो मैंने खुद से कहा कि अगर मैं छोटे प्रारूप में खेलना चाहता हूं तो मुझे हमेशा अपने विकेट की कीमत लगानी होगी और छोटे प्रारूप में आपको शॉट लगाने पड़ते हैं।
ग्रांट फ्लावर से ली मदद
उन्होंने अपनी बल्लेबाजी अप्रोच बदलने के लिए ग्रांट फ्लावर से मदद ली। उन्होंने कहा कि “मैंने रॉयल लंदन वन-डे कप से पहले इस पर काम किया। मैं ग्रांट फ्लावर के पास गया और मैंने उनसे बात की कि कुछ शॉट हैं जिन पर मैं काम करना चाहता हूं। जब हम ट्रेनिंग कर रहे थे, तो उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उन पर बहुत अच्छा अमल कर रहा हूं और इससे मुझे आत्मविश्वास मिला। मैंने सोचा कि अगर मैं कुछ लॉफ्टेड शॉट्स पर काम करता रहूं तो मैं छोटे प्रारूपों में भी सफल हो सकता हूं।”
रॉयल लंदन वनडे कप में पुजारा का प्रदर्शन
रॉयल लंदन वन-डे कप में, पुजारा ने 107, 174, 49*, 66 और 132 के स्कोर के साथ तीन शतक और एक अर्धशतक लगाया। उन्होंने उसी क्लब के लिए काउंटी चैम्पियनशिप डिवीजन टू में 1094 रन बनाए। पुजारा के हालिया प्रदर्शन ने यह साबित भी किया है कि उनकी बल्लेबाजी अप्रोच में बदलाव आया है और कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी यदि आने वाले समय में टीम इंडिया में उनकी वापसी होती है।