प्रदेश कांग्रेस कमेटी जम्मू कश्मीर की नई कमेटी के गठन की प्रक्रिया नवंबर माह में होगी। विकार रसूल के प्रधान बनने के बाद अभी तक प्रदेश कमेटी के नए पदाधिकारी नहीं बन पाए, क्योंकि अधिकतर नेता पार्टी छोड़कर गुलाम नबी आजाद के साथ चले गए थे। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के कारण पार्टी में अपनी आचार संहिता थी जिस कारण प्रदेश पदाधिकारियों की नियुक्ति नहीं हो पाई। मल्लिकार्जुन खड़गे के पार्टी अध्यक्ष का कार्यभार संभालने के बाद ही विकार रसूल नई कमेटी बनाएंगे
इस समय जम्मू में मुख्य रूप से पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में कार्यवाहक प्रधान रमण भल्ला, पूर्व मंत्री योगेश साहनी, मुख्य प्रवक्ता रविंद्र शर्मा है जबकि कश्मीर में पूर्व प्रधान गुलाम अहमद मीर, तारिक हमीद करा शामिल हैं। पार्टी के प्रदेश प्रधान विकार रसूल की कोशिश है कि नई कमेटी बनाते समय कोई विवाद पैदा न हो इसलिए सभी वरिष्ठ नेताओं को विश्वास में लिया जाए। प्रदेश पदाधिकारियों की नियुक्ति करते समय पार्टी की जम्मू कश्मीर प्रभारी रजनी पाटिल से विचार विमर्श होगा। उसके कमेटी के पदाधिकारियों की सूची को मंजूरी के लिए हाईकमान को भेजा जाएगा।
पार्टी के कई कार्यकर्ता ऐसे हैं जो सालों से पार्टी के लिए काम कर रहे हैं, लेकिन कोई पद हासिल नहीं कर पाए। जिला व ब्लाक स्तर पर ऐसे नेताओं व कार्यकर्ताओं को उम्मीद है कि कमेटी में उन्हें जगह मिल सकती है। सूत्र बताते हैं कि पूर्व प्रधान मीर व कार्यवाहक प्रधान रमण भल्ला की इसमें अहम भूमिका होगी। इस संबंध प्रदेश प्रधान विकार रसूल का कहना है कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष की चुनावी प्रक्रिया के कारण प्रदेश कमेटी का गठन नहीं हो पाया है।
इस समय मौजूदा कमेटी कार्य कर रही हैं। हाईकमान से हरी झंडी मिलते ही वह जल्द ही प्रदेश कमेटी का गठन करेंगे। रसूल ने कहा कि कांग्रेस अपना जनाधार मजबूत करने के लिए सक्रिय है। जमीनी सतह पर मजबूती के लिए हम लोगों के बीच जा रहे हैं।