नई दिल्ली 12 दिसम्बर।देश की अर्थव्यवस्था की वृद्धि दर 2018 में सात दशमलव दो प्रतिशत रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है। अगले वर्ष इसके सात दशमलव चार प्रतिशत रहने की आशा है।
संयुक्त राष्ट्र की एक रिपोर्ट के अनुसार उपभोग, सार्वजनिक निवेश और आर्थिक सुधारों की वजह से यह संभव हो सकेगा। 2018 में विश्व की आर्थिक स्थिति और संभावनाओं पर संयुक्त राष्ट्र आर्थिक और सामाजिक कार्य विभाग की कल जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि दक्षिण एशिया में समग्र आर्थिक परिदृश्य अनुकूल रहेगा।
देश में इस वर्ष की शुरुआत में कारोबारी मंदी और नोटबंदी के प्रभावों के बावजूद भारत की आर्थिक स्थिति सकारात्मक रहने का अनुमान व्यक्त किया गया है।