मुबंई 14 दिसम्बर।प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने नौसैनिक पनडुब्बी आईएनएस कलवरी आज राष्ट्र को समर्पित करते हुए इसे सवा सौ करोड़ भारतीय नागरिकों के लिए इसे गर्व का क्षण बताया। स्कोर्पिने वर्ग की छह पनडुब्बियों में से यह पहली पनडुब्बी है।
श्री मोदी ने आईएनएस कलवरी को यहां की नौसैनिक गोदी में आयोजित एक समारोह में राष्ट्र को समर्पित करते हुए जोर देकर कहा कि भारत समुद्री मार्ग के जरिए आतंकवाद से निपटने और समुद्री डकैती, नशीले पदार्थों की तस्करी या गैर कानूनी तौर पर मछली पकड़ने पर रोक लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। प्रधानमंत्री ने इस क्षेत्र में सभी के लिए सुरक्षा और विकास यानि सागर योजना को महत्वपूर्ण बताया।
उन्होने कहा कि..जब मैं सागर कहता हूं यानि कि सिक्योरिटी एंड ग्रोथ फॉर ऑल दॉ रिजन- सागर। हम हिन्द महासागर में अपने वैश्विक, सामरिक और आर्थिक हितो को लेकर पूरी तरह सजग है, सतर्क है और इसीलिए भारत की मार्डन और मल्टी डॉयमेंशनल नौसेना को पूरे क्षेत्र में शांति के लिए, स्थायित्व के लिए आगे बढ़कर के नेतृत्व कर रही है..।
इस अवसर पर रक्षा मंत्री निर्मला सीतारामन ने कहा कि पनडुब्बियां आधुनिक समय के युद्ध की दृष्टि से बड़ी मारक और शक्तिशाली होती हैं।उन्होने कहा कि आजकल लड़ाई में पनडुब्बियां युद्ध में बड़ी मारक, शक्तिशाली और महत्वपूर्ण हो गई है।आईएनएस कलवरी भारतीय नौसेना के लिए बहुमूल्य साबित होगी। हिंद महासागर वैश्विक व्यापार की जीवन रेखा है आईएनएस कलवरी और अन्य पनडुब्बियों की मदद से इस क्षेत्र में शांति रहेगी।