26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के मौके पर इस बार छत्तीसगढ़ की झांकी नहीं दिखेगी। छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार मिलेट मिशन पर आधारित झांकी तैयार कर दिखाना चाहती थी लेकिन इस झांकी का चयन नहीं हो पाया है। छत्तीसगढ़ की झांकी का चयन ना होने पर राज्य के संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने इसे साजिश बताया है। इस मामले को लेकर बीजेपी ने भी राज्य सरकार पर निशाना साधा है। मामले पर कांग्रेस और बीजेपी दोनों ने एक-दूसरे पर आरोप लगाया है।
संस्कृति मंत्री भगत के साजिश वाले बयान के बाद बीजेपी ने के सांसद ने जवाब दिया है। बीजेपी विधायक सुनील सोनी ने कहा कि राज्य की धरोहर और संस्कृति को बताने के लिए बहुत से विषय थे लेकिन मिलेट्स मिशन पर झांकी बनाई गई, जो पूरे देश में प्रचलित है। उन्होंने कहा, कांग्रेस के मंत्रियों को हर मामले में केंद्र पर आरोप लगाने की आदत हो गई है।
कांग्रेस ने पक्षपात का लगाया आरोप
गणतंत्र दिवस के मौके पर छत्तीसगढ़ की झांकी का चयन ना होने पर कांग्रेस ने केंद्र की भाजपा सरकार पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। भूपेश बघेल सरकार में संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि गणतंत्र दिवस के मौके पर मिलेट मिशन वाली झांकी को अवसर मिलेगा लेकिन नहीं मिला, जिन लोगों ने राज्य की झांकी को अपात्र किया ये उनकी पक्षपात वाली मानसिकता को दर्शाता है।
केंद्र पर आरोप लगाने की कांग्रेस की हो गई है आदत:भाजपा
मिलेट मिशन वाली झांकी के गणतंत्र दिवस के मौके पर चयन ना होने को लेकर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भापजा ने जवाब दिया है। भाजपा सांसद सुनील सोनी ने कहा कि कांग्रेस के मंत्रियों को केंद्र सरकार पर आरोप लगाने की आदत हो गई है। बंसल ने कहा कि छत्तीसगढ़ की इतनी वृहद संस्कृति है कि किसी भी विषय पर झांकी बनाई जा सकती है। उन्होंने कई विषयों के नाम भी बताए।
बस्तर या सरगुजा पर बनाई जा सकती थी झांकी:भाजपा
कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों के बाद भाजापा सांसद ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए राज्य सरकार को सलाह दे डाली। उन्होंने कहा, हमारी संस्कृति इतनी वृहद है, हम किसी भी विषय पर झांकी बना सकते थे। उन्होंने बस्तर और सरगुजा पर भी झांकी बनाने की सलाह दी। भाजपा सांसद ने रामगमन पथ की भी याद दिलाई। उन्होंने कहा इस विषय पर भी झांकी बनाई जा सकती थी।