हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (HUL) के शेयर शुक्रवार को बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) में 4 पर्सेंट लुढ़कर 2,540 रुपये के स्तर पर पहुंच गए। HUL के बोर्ड ने अपनी पैरेंट कंपनी यूनीलीवर (Unilever) को रॉयल्टी और टेक्निकल फीस के पेमेंट में बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। इसी फैसले के बाद कंपनी के शेयरों में गिरावट आई है। पिछले 2 ट्रेडिंग सेशंस में हिंदुस्तान यूनिलीवर के शेयर 5.5 पर्सेंट से ज्यादा लुढ़क गए हैं।
हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) ने गुरुवार को घोषणा की है कि उसने अपनी पैरेंट कंपनी यूनिलीवर के साथ नया एग्रीमेंट किया है। इस एग्रीमेंट के तहत यूनिलीवर को रॉयल्टी और सेंट्रल सर्विसेज फीस का पेमेंट बढ़कर टर्नओवर का 3.45 पर्सेंट हो जाएगा। फाइनेंशियल ईयर 2022 में रॉयल्टी और सेंट्रल सर्विसेज फीस का पेमेंट 2.65 पर्सेंट था। यह बढ़ोतरी 3 साल में क्रमबद्ध तरीके से होगी। फरवरी-दिसंबर 2023 पीरियड के लिए इफेक्टिव कॉस्ट में 45 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी होगी। वहीं, कैलेंडर ईयर 2024 में 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी होगी। जबकि कैलेंडर ईयर 2025 में 10 बेसिस प्वाइंट्स की बढ़ोतरी होगी।
हिंदुस्तान यूनिलीवर का अपने पैरेंट यूनिलीवर ग्रुप के साथ मौजूदा टेक्नोलॉजी, ट्रेडमार्क लाइसेंस और सेंट्रल सर्विसेज एग्रीमेंट जनवरी 2013 में 10 साल के पीरियड के लिए हुआ था। अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही में हिंदुस्तान यूनिलीवर (HUL) का नेट प्रॉफिट 7.7 पर्सेंट बढ़ा है। दिसंबर 2022 तिमाही में कंपनी का नेट प्रॉफिट बढ़कर 2474 करोड़ रुपये पहुंच गया। एक साल पहले की समान अवधि में हिंदुस्तान यूनिलीवर का नेट प्रॉफिट 2297 करोड़ रुपये था। अक्टूबर-दिसंबर 2022 तिमाही में HUL का रेवेन्यू 16 पर्सेंट बढ़कर 15,343 करोड़ रुपये रहा है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 13,223 करोड़ रुपये था।