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इस देश में कुपोषण और अन्य बीमारियों से बड़ी संख्या में मर रहे बच्चे, जानें वजह

दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी आबादी वाले देश ब्राजील में स्वास्थ्य मंत्रालय ने मेडिकल इमरजेंसी लागू कर दी है। बताया जा रहा है कि अवैध सोने के खनन के कारण कुपोषण और अन्य बीमारियों से बड़ी संख्या में बच्चे मर रहे हैं। राष्ट्रपति लुइज़ इनासियो लूला डा सिल्वा की सरकार ने शुक्रवार को फरमान में कहा कि घोषणा का उद्देश्य यानोमामी लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवाओं को बहाल करना है, पूर्ववर्ती जायर बोल्सोनारो की सरकार ने खत्म कर दिया था।

बोलसनारो के राष्ट्रपति पद के चार वर्षों में 570 यानोमामी बच्चों की मृत्यु बीमारियों से हुई। अमेजन पत्रकारिता मंच सुमाउमा ने एक एफओआईए द्वारा प्राप्त आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि इसकी मुख्य रूप से वजह कुपोषण के साथ-साथ मलेरिया, डायरिया और वाइल्डकैट गोल्ड माइनर्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले पारे के कारण होने वाली विकृतियां रही। 

शनिवार को राष्ट्रपति लुइज इनासियो लूला डा सिल्वा ने रोराइमा राज्य में बोआ विस्टा स्थित एक यानोमामी स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया, जिसमें बच्चों और बुजुर्ग पुरुषों और महिलाओं की दयनीय हालत देखी गई। ये सभी कुपोषण के शिकार पाए गए। लूला ने ट्विटर पर कहा, “मानवीय संकट से अधिक मैंने रोराइमा में जो देखा वह नरसंहार था। यहां केंद्र में लोगों की स्थिति बेहद डराने और दुख पहुंचाने वाली है।”

यहां का दौरा करने के बाद लूला सरकार ने यानोमामी के 26,000 की आबादी वाले लोगों के लिए कई राहत पैकेज की घोषणा की है। 

गौरतलब है कि दशकों से सोने के अवैध कारोबार ने स्थानीय लोगों का जीना दुश्वार कर दिया है। 2018 में बोल्सनारो के कार्यालय में अवैध कारोबार करने वालों की घुसपैठ कई गुना बढ़ गई। जिससे इस संरक्षित भूमि पर बेतहाशा अवैध खनन किया गया। इसके अलावा कई हिंसक घटनाएं भी हुई। हाल की हिंसक घटनाओं में, अवैध खनन का विरोध करने वाले लोगों का कत्लेआम किया गया। 

लूला ने कहा कि नई सरकार सोने के अवैध खनन को समाप्त कर देगी और पिछले 15 सालों में अमेजन में चरम पर पहुंच चुकी वनों की अवैध कटाई पर नकेल कसी जाएगी। पहली स्वदेशी महिला कैबिनेट मंत्री सोनिया गुजाजारा ने कहा, “हमें पिछली सरकार को इस स्थिति को बदतर होने देने के लिए जवाबदेह ठहराना चाहिए।”