नई दिल्ली 21 मार्च।भारतीय लोकतंत्र पर राहुल गांधी की टिप्पणी और अडानी समूह के मुद्दे को लेकर हंगामे के कारण संसद की कार्यवाही आज लगातार सातवें दिन भी बाधित रही।
विपक्ष और सत्ता पक्ष के सदस्यों की नारेबाजी के बीच दोनों सदनों की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। दोनों सदनों की अगली बैठक बृहस्पतिवार को होगी। नव संवत्सर, चैत्र शुक्लादि, उगादी, गुड़ी पड़वा और चेटी चांद के अवसर पर कल सदन की बैठक नहीं होगी।
लोकसभा में कांग्रेस, द्रविड मुन्नेत्र कडगम, भारत राष्ट्र समिति, आम आदमी पार्टी और अन्य विपक्षी दलों के सदस्य अडानी समूह के मामले की संयुक्त संसदीय समिति से जांच की मांग करते हुए सदन के बीचोंबीच आ गए। लोकसभा अध्यक्ष ने विपक्षी सदस्यों के स्थगन नोटिस नामंजूर कर दिए। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने भारतीय लोकतंत्र पर राहुल गांधी की टिप्पणी करने के लिए उनसे माफी की मांग दोहराई।
हंगामे के बीच, सदन ने 2023-24 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर का बजट, वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर की अनुपूरक मांगें, जम्मू-कश्मीर विनियोग (संख्या 2) विधेयक 2023 , जम्मू-कश्मीर विनियोग विधेयक 2023 और विनियोग (संख्या 2) विधेयक 2023 ध्वनि मत से पारित कर दिया। इसके बाद हंगामे का सिलसिला जारी रहने पर सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।
राज्यसभा में भी इसी तरह की स्थिति बनी रही। सत्ता पक्ष के सदस्यों ने राहुल गांधी से भारतीय लोकतंत्र पर दिए गए बयान पर माफी की मांग करते हुए नारेबाजी शुरू कर दी। हंगामे के बीच सदन की कार्यवाही दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई।