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जानें डायब‍िटीज में योग के ल‍िए कौनसा समय चुनना चाह‍िए-

आज के समय में हर तीसरे व्‍यक्‍त‍ि को डायब‍िटीज है। खानपान की गलत आदतें, एक्‍सरसाइज और योग न करना, अनहेल्‍दी लाइफस्‍टाइल, जेनेट‍िक कारण आद‍ि के चलते डायब‍िटीज के केस लगातार बढ़ रहे हैं। टाइप 1 डायब‍िटीज होने पर, शरीर इंसुल‍िन नहीं बना पाता। टाइप 1 डायब‍िटीज होने पर इम्‍यून स‍िस्‍टम, पैंक्र‍ियाज में इंसुल‍िन बनाने वाले सेल्‍स को डैमेज कर देता है। वहीं टाइप 2 डायब‍िटीज में शरीर इंसुलि‍न का इस्‍तेमाल सही ढंग से नहीं कर पाता। इस कारण ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ जाता है। टाइप 2 डायब‍िटीज, नर्वस स‍िस्‍टम और ब्‍लड वैसल्‍स पर बुरा असर डालता है। ज‍िन लोगों को डायब‍िटीज की समस्‍या होती है, उन्‍हें कई अन्‍य तरह की बीमार‍ियां हो सकती हैं। डायब‍िटीज रोगी को हार्ट की बीमारी, स्‍ट्रोक, क‍िडनी की बीमारी, आंखों से जुड़ी समस्‍या, दांतों से संबंध‍ित रोग, पैरों की बीमारी या नसों से जुड़ी समस्‍या होने का खतरा ज्‍यादा होता है। डायब‍िटीज में शरीर को स्‍वस्‍थ रखने और बीमार‍ियों से बचाने के ल‍िए योग की अहम भूम‍िका होती है। योग करने से शरीर फ‍िट रहता है और ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है। लेक‍िन क्‍या आपको पता है क‍ि डायब‍िटीज होने पर योग करने का सबसे अच्‍छा समय कौनसा होता है? अगर नहीं तो इस सवाल का जवाब हम आगे जानेंगे। डायब‍िटीज मरीजों के ल‍िए योग करने का सबसे अच्‍छा समय कौनसा है? फ‍िटनेस एक्‍सपर्ट पायल अस्‍थाना ने बताया क‍ि डायब‍िटीज के रोग‍ियों के ल‍िए, योग करने का सबसे अच्‍छा समय सुबह का है। सुबह नाश्‍ता करने से पहले योग और मेड‍िटेशन सेशन पूरा कर लेना चाह‍िए। सुबह के वक्‍त सूर्य नमस्‍कार से शुरुआत कर सकते हैं। सूर्य नमस्‍कार करने से शरीर में ऊर्जा बढ़ेगी। डायब‍िटीज में ब्‍लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने के ल‍िए, हफ्ते में योग के 4 से 5 सेशन जरूर करने चाह‍िए। हफ्ते में 4 से 5 द‍िन भी योग करेंगे, तो कुछ ही हफ्तों में फर्क दि‍खने लगेगा। सुबह जल्‍दी उठकर योग करने में आलस्‍य आता है, तो शाम के समय भी योग कर सकते हैं। लेक‍िन डायब‍िटीज मरीजों के ल‍िए, सुबह का वक्‍त ज्‍यादा उपयोगी होता है। डायब‍िटीज में योग करने के फायदे- 
  • डायब‍िटीज में योग करने से भूख कंट्रोल होती है, ईट‍िंग ड‍िसआर्डर या ओवरईट‍िंग की समस्‍या से छुटकारा म‍िलता है।
  • योग की मदद से ग्‍लाइसेम‍िक इंडेक्‍स को कम करने में मदद म‍िलती है ज‍िससे ब्‍लड शुगर लेवल सामान्‍य रहता है।
  • डायब‍िटीज में तनावमुक्‍त रहना चाहते हैं, तो रोजाना योग करना चाह‍िए।
  • ब्‍लड शुगर लेवल बढ़ने के साथ वजन भी बढ़ने लगता है। योग करेंगे, तो शरीर में अत‍िर‍िक्‍त फैट की मात्रा इकट्ठा नहीं होगी।
  • मोटापे के कारण, हाइपरटेंशन और डायब‍िटीज जैसी बीमार‍ियां हो जाती हैं। योग करने से बीपी कंट्रोल होता है।
  • डायब‍िटीज में योग करने से अन‍िद्रा की समस्या दूर होती है और फेफड़ों को स्‍वस्‍थ रखने में मदद म‍िलती है।

योग के साथ ब्‍लड शुगर लेवल कैसे कंट्रोल करें?-

डायब‍िटीज कंट्रोल करने के ल‍िए कुछ आसान योगासन कर सकते हैं जैसे-
  • अर्धमत्स्येन्द्रासन करने से फेफड़ों की सांस लेने की क्षमता बढ़ती है। साथ ही ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है।
  • धनुरासन करने से पैंक्रियाज सक्रिय हो जाते हैं ज‍ि‍ससे ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल करने वाले सेल्‍स बढ़ते हैं।
  • कपालभाति प्राणायाम करने से द‍िमाग को मजबूती म‍िलती है। रक्‍त प्रवाह भी बेहतर होता है।
  • पश्चिमोत्तानासन करने से हाई बीपी और डायबि‍टीज जैसी बीमार‍ियां कंट्रोल होती हैं।
  • शवासन करने से मन शांत होता है और शरीर को ऊर्जा म‍िलती है।
डायब‍िटीज में योग करने का सबसे अच्‍छा समय सुबह नाश्‍ते से पहले का है। इस दौरान योग करने से ब्‍लड शुगर लेवल कंट्रोल होता है। उम्‍मीद करते हैं, आपको यह जानकारी पसंद आई होगी। लेख को शेयर करना न भूलें।