रायपुर 12 मई।छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि राज्य में जनाधार को चुकी भाजपा को आगामी चुनावों में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी)और दूसरी केन्द्रीय एजेन्सियों से ही उम्मीद शेष हैं।
श्री बघेल ने भेंट मुलाकात कार्यक्रम पर रवाना होने से पूर्व आज यहां पत्रकारों के राज्य में प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) के लगातार छापों और गिरफ्तारियों के बारे में पूछे जाने पर कहा कि कर्नाटक में चुनाव हो चुके है और अब पूरा फोकस छत्तीसगढ़ पर ही होगा।उन्होने कहा कि कर्नाटक से खाली हुए ईडी के 25-30 अधिकारी अब यहां और पहुंच जायेंगे।यह सिलसिला जैसे जैसे चुनाव नजदीक आते जायेंगे,तेज होता जायेंगा।उऩ्होने कहा कि ईडी के अधिकारी हर जिले,ब्लाक,मोहल्ले पहुंच रहे है।संभव है कि चुनाव तक कोई गांव उनकी पहुंच से शेष नही बचे।
श्री बघेल ने एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि ईडी के अधिकारी पूरी तरह से निरंकुश हो गए है,और लोगो के साथ बहुत ही अमानवीय बर्ताव कर रहे है।मानवाधिकार कार्यकर्ता भी इस भय से चुप है कि उनके आवाज उठाने पर उनके घर ईडी के लोग नही पहुंच जाय।उन्होने ईडी अधिकारियों की तुलना भस्मासुर से की और कहा कि कभी यह अपने भगवान के भी पीछे पड़ जायेंगे।श्री बघेल ने कहा कि..अति का अन्त..अवश्य होता है।
उन्होने कहा कि ईडी या जिस भी केन्द्रीय एजेन्सी की जितनी टीम आना हो आ जाय कोई फर्क नही पड़ने वाला है। उन्होने कहा कि पहले ईडी,इन्कमटैक्स या सीबीआई किसी के यहां छापा डालती थी तो लोग उसे हेय दृष्टि से देखते थे लेकिन अब जनता लगातार छापों से यह समझ चुकी है कि यह सब राजनीतिक खेल है,अब उसकी सहानुभूति है।उन्होने कहा कि लगातार सर्वेक्षणों में पिछड़ने के बाद भाजपा को अब केवल केन्द्रीय एजेन्सियों से ही उम्मीद शेष बची है।